कहा, बाढ़ से हुए नुकसान की एक-एक पाई की भरपाई करेंगे
Punjab Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने होशियारपुर में बाढ़ प्रभावित एरिया का दौरा किया और लोगों से उनके दुख साझा किए। इस अवसर पर मान ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में प्रदेश सरकार लोगों के साथ खड़ी है। लोगों के बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई प्रदेश सरकार करेगी। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि पंजाब अब तक की सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है। मुख्यमंत्री ने आज होशियारपुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मियाणी के राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनकी दुख-तकलीफों को सुना।
बचाव व राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से राज्य को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों के बचाव और राहत के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने इस चुनौतीपूर्ण समय में राहत कार्यों के लिए पहले ही व्यापक स्तर पर कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित जिलों में लोगों को संकट से निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों से लोगों को निकालने और उन्हें तत्काल राहत देने के लिए प्रशासन को पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
आपसी तालमेल के साथ बचाव कार्यों में जुटे सभी विभाग
भगवंत सिंह मान ने कहा कि सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ एकजुट होकर बचाव और राहत कार्य करने को कहा गया है ताकि लोगों की अधिक से अधिक मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को हुए नुकसान की एक-एक पाई की भरपाई करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति पर वह लगातार नजर रखे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने रड़ा पुल और अन्य स्थानों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर स्थिति का जायजा लिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर भारत सरकार से राज्य के रुके हुए 60,000 करोड़ रुपए के फंड को तत्काल जारी करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हाल में आई बाढ़ से 1000 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं और लाखों लोगों का जन-जीवन पटरी से उतर गया है।
प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर व चिंताजनक
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण 10 से अधिक जिलों में बाढ़ आई है। उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर हो रही है और यह और भी चिंताजनक है कि आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, मुख्य रूप से धान के खेत, बाढ़ के पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण फसल कटाई से कुछ हफ्ते पहले ही फसलों का भारी नुकसान हुआ है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पशुओं का भी काफी नुकसान हुआ है, जिससे अपनी आजीविका के लिए डेयरी फार्मिंग और पशुपालन पर निर्भर ग्रामीण क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
ये भी पढ़ें : Punjab Flood Update : पंजाब में बाढ़ से त्राहिमाम, बारिश बढ़ा रही परेशानी