Premanand ji Maharaj Health: आंखें लाल, सूजन, चेहरा फूला, भावुक हुए भक्त

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Premanand ji Maharaj Health
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज।

Premanand ji Maharaj Today Health Update, (आज समाज), मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध संत और राधा नाम के प्रचारक प्रेमानंद जी महाराज अभी अस्पताल मेंं भर्ती है और खराब स्वास्थ्य को लेकर उनके अनुयायी चिंतित हैं। वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज अभी अस्पताल मेंं भर्ती है और खराब स्वास्थ्य को लेकर उनके अनुयायी चिंतित हैं। महाराज के स्वास्थ्य को लेकर ताजा अपडेट के मुताबिक उनकी आंखों में सूजन और लालगी है और साथ ही चेहरा फूला हुआ है जिसे सोशल मीडिया पर देखकर उनके भक्त देखकर भावुक रहे हैं।

अनुयायियों को पूरी रात बैठकर दिया प्रवचन

ताजा अपडेट के अनुसार प्रेमानंद जी महाराज सोशल मीडिया के जरिये अपने भक्तों को ज्ञान देते दिख रहे रहे हैं। हालांकि इस दौरान उनकी आंखें नहीं खुल रहीं। चेहरा फूला दिख रहा है और आंखें में सूजन व लालगी है। बोलते हुए उनकी आवाज भी कांप रही है। बताया जा रहा है कि इस हालत में भी महाराज ने अपने अनुयायियों को पूरी रात बैठकर प्रवचन दिया। संत की स्थिति देखकर उनके अनुयायाी इमोशनल हो गए।

सोशल मीडिया पर यूजर्स दे रहे अपनी प्रतिक्रिया

प्रेमानंद महाराज जी ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह कितने भी दुख में क्यों ना हों, लेकिन प्रवचन देना उनका अभ्यास बन चुका है और यह नहीं छूट सकता। उनका कहना है कि जब तक वह अपने आराध्य को याद नहीं, उन्हें शांति नहीं होती। सोशल मीडिया पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।

जानिए क्या लिख रहे यूजर

एक यूजर ने कहा है कि गुरुजी आपको थोड़ा रेस्ट कर लेना चाहिए। एक अन्य ने कहा कि महाराज जी की यह हालत देखकर मन अत्यंत दुखी हो रहा है। एक यूजर ने भावुक होकर लिखा, गुरु जी का चेहरा देखकर इससे पहले हमेशा सभी भक्तों का चेहरा खिल जाता था, पर उनका चेहरा देखकर दर्द हुई है।

2006 में चला था किडनी में दिक्कत का पता

बता दें कि प्रेमानंद जी महाराज को 2006 में पेट में दर्द हुआ था। तब उन्होंने कानपुर में जांच कराई और इस दौरान उनकी किडनी में दिक्कत का पता चला था। वह पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से ग्रस्त हैं। मतलब उन्हें आनुवांशिक किडनी का रोग है। यह पता चलने पर प्रेमानंद जी ने दिल्ली में जांच करवाई तो डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनकी दोनों किडनी खराब हैं और जीवन सीमित है। फिर संत वृंदावन आ गए और यहां उन्होंने राधा नाम का जप शुरू किया। तब से वह राधा नाम का जप कर रहे हैं। महाराज जी ने अपनी किडनी का नाम राधा और कृष्णा रखा है। वृंदावन से पहले प्रेमानंद जी ने काशी में रहकर शिव भक्ति की।

संक्षेप में प्रेमानंद जी का परिचय

प्रेमानंद जी महाराज की इतनी पहचान है कि देश के अलावा दुनिया भर से लोग उनके दर्शनों के लिए वृंदावन आते हैं। गौरतलब है कि महाराज सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहते हैं। अपने सत्संग के जरिये वह लोगों को आध्यात्मिक व सांसारिक जीवन का ज्ञान देते हैं। सत्संग के बाद तमाम श्रद्धालु उनसे अपनी समस्याओं को लेकर कई तरह के सवाल भी पूछते हैं। संत हर भक्त के सवाल का जवाब बहुत सहज तरीके से देते हैं।

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