- उपभोक्ता संरक्षण और साइबर जागरूकता रहा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य : डॉ. गुप्ता
(Panipat News) पानीपत। देश की दूरसंचार सेवाओं को संचालित करने वाली संस्था भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) शाखा जयपुर, आर्य पीजी कॉलेज की एनएसएस, महिला सेल, कानून जागरूकता प्रकोष्ठ व यूथ रेडक्रॉस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में उपभोक्ता संरक्षण और साइबर जागरूकता के विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में ट्राई संस्था के संयुक्त सलाहकार जेपी गर्ग एवं वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी संजीव कुमार और अमित कुमार ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए कॉलेज प्राचार्य ने महिला सेल, कानून जागरूकता प्रकोष्ठ की समन्वयक डॉ. अनुराधा सिंह, यूथ रेडक्रॉस सोसाइटी के समन्वयक डॉ. विजय सिंह, एनएसएस इकाई के प्रभारी प्रो. विवेक गुप्ता, डॉ. मनीषा डुडेजा को कार्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई दी।
विद्यार्थियों को ऐसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए ताकि वह बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति सचेत रह सके।
प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने कहा कि आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उपभोक्ता संरक्षण और साइबर जागरूकता, दूरसंचार क्षेत्रों की नवीनतम तकनीकों और नियामक मामलों के बारे में जागरूक करना और छात्रों को दूरसंचार उद्योग में करियर के अवसरों के बारे में जानकारी देना रहा। साथ ही कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य वक्ताओं ने छात्रों को दूरसंचार उद्योग में करियर के अवसरों और चुनौतियों के बारे में भी बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए ताकि वह बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति सचेत रह सके। इस कार्यशाला में हिन्दी साहित्य परिषद के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।
साथ ही कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे ट्राई संस्था के संयुक्त सलाहकार जेपी गर्ग एवं वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी संजीव कुमार और अमित कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि ट्राई का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और उपभोक्ता हितों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि बढ़ती तकनीक के साथ हमे अपनी सतर्कता को भी बढ़ाना चाहिए और नई तकनीक से हमेशा अवगत रहना चाहिए। कार्यक्रम में साइबर अपराध और सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता, फर्जी खबरों का पता लगाना, साइबर अपराध से निपटने के लिए कानूनी ढांचा, साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई के लिए दूरसंचार विभाग की भूमिका, महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध, साइबर अपराध उपयोगकर्ता जागरूकता और रोकथाम आदि विषयों पर वक्ताओं द्वारा प्रस्तुति दी गई। सेमिनार के दौरान सभी वक्ताओं ने डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया।