Panchkula News(आज समाज नेटवर्क)पंचकूला। सांसद कार्तिकेय शर्मा महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौक़े पर रायपुर रानी के वाल्मीकि धर्मशाला पहुँचे यहाँ पहुँचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया,उन्होंने भगवान वाल्मीकि मंदिर में टेका माथा।इस दौरान सांसद कार्तिकेय शर्मा ने प्रदेश और देशवासियों को दीं वाल्मीकि जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं।संत महापुरूषों के जीवन से नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और मर्यादा का ज्ञान होता है। इस प्रकार के आयोजन हमारी भावी पीढ़ी को नई दिशा देने में अह्म भूमिका निभाते हैं। यह बात सांसद कार्तिकेय शर्मा ने महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कही।
वाल्मीकि रामायण में सांसारिक जीवन के मूल्यों एवं आदर्शों को सुरक्षित रखा गया है
उन्होंने कहा कि महापुरूषों के जीवन से हमें प्रेरणादायी विचार मिलते हैं। राज्य सरकार द्वारा संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना चलाई जा रही है। इस योजना के शुरू होने से महान संतों की गौरव गाथा को जन-जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। अगर हम समाज के महापुरूषों को याद नहीं करेंगे तो हमारी सभ्यता के महत्वपूर्ण पहलु इतिहास के पहनों में सिमट कर रह जाएंगे। इसलिए हमें उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी ने ऐसे ग्रंथ की रचना की है जो मानवीय जीवन के आदर्शों पर आधारित है। वाल्मीकि रामायण में सांसारिक जीवन के मूल्यों एवं आदर्शों को सुरक्षित रखा गया है।
चरित्र निर्माण में परिवार का महान योगदान होता है जो रामायण में स्वीकार किया गया है। महर्षि वाल्मीकि ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन पर महाकाव्य लिखकर हमें जीवन का आदर्श सिखाया और मानवता के कल्याण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी संतों-महापुरुषों की जयंती मनाई जा रही है। ऐसे समारोहों का आयोजन में युवा पीढ़ी को शामिल किया जाए ताकि आने वाली पीढिय़ां अपने गुरुओं और महापुरुषों के संदेशों को जान सकें और उनसे प्रेरणा ले सकें। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम वाल्मीकि समाज का नहंी बल्कि 35 बिरादरी की है। आज प्रधानमंत्री ने भी इसका वर्णन किया।