मां दुर्गा को सिंदूर लगाकर नाच गाकर, मां दुर्गा की मूर्ति का किया गया विसर्जन

0
421
Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal
Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal

इशिका ठाकुर,करनाल:
करनाल की बंगाली कॉलोनी में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मां दुर्गा सेवा समिति द्वारा नवरात्र पर्व पर लगातार 9 दिनों तक चलने वाली मां दुर्गा की पूजा आराधना का आयोजन किया गया। बंगाली समुदाय के लोगों के साथ साथ अन्य समाज के लोग भी बंगाली कॉलोनी मां दुर्गा की नवरात्र पर्व पर पूजा आराधना करते हैं। इस पूजा आराधना में नवरात्र के प्रथम दिन मां की मूर्ति स्थापना करने के उपरांत बेलपत्र तथा अन्य पूजा सामग्री के साथ भगवान शिव का आवाहन किया गया। इसके बाद लगातार मां दुर्गा की पूजा आराधना की गई। मां दुर्गा की 9 दिनों तक चलने वाली पूजा के बाद दशहरे वाले दिन शहर में गाजे-बाजे के साथ मां दुर्गा की शोभायात्रा निकालकर मां दुर्गा की प्रतिमा का पश्चिमी यमुना नहर में विसर्जन किया गया।

पान के पत्ते को कुंवारी लड़कियों को दिया जाता है

Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal
Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal

इस पर जानकारी देते हुए बंगाली कॉलोनी निवासी महिला शालु ने बताया कि जिस प्रकार कोई भी विवाहिता जब अपने मायके आती है तो उसका प्यार और दुलार के साथ सत्कार किया जाता है और जब वह अपने मायके से ससुराल जाती है तो उसे सिंदूर से सजाकर घर से विदा किया जाता है। इस रीति रिवाज में जहां एक और विवाहिता के ससुराल जाने की खुशी होती है तो दूसरी ओर उसके प्यार में वशीभूत परिवार जन खुशी के आंसू बहाते हैं। सिंदूर विवाहित महिलाओं के सुहाग का प्रतीक है और इसीलिए मां दुर्गा की 9 दिन तक चलने वाली पूजा आराधना के बाद जब मां दुर्गा को विदा किया जाता है तथा पान के पत्ते से आंसू पौंछें जाते हैं। मां दुर्गा की पूजा में प्रयोग किए गए पान के पत्ते को कुंवारी लड़कियों को दिया जाता है ताकि उनकी जल्द शादी हो सके। इस का अनुसरण करते हुए आज मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के समय सभी महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उन्हें मंगलकामनाएं दी।

Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal
Organizing worship of Maa Durga in the Bengali colony of Karnal

यमुना नहर में किया गया विसर्जन

एक अन्य महिला ममता मलिक ने कहा कि मां दुर्गा की पूजा आराधना में बहुत ही आनंद का अनुभव हुआ है। उन्होंने कहा कि भगवान केवल मंदिर में होते हैं लेकिन यदि सच्चे मन से पूजा आराधना की जाए तो भगवान हर जगह मौजूद होते हैं। मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है लेकिन उसके लिए मन में सब्र का होना बेहद जरूरी होता है। ममता मलिक ने कहा कि नवरात्र पर्व पर मां दुर्गा की पूजा आराधना के बाद मां दुर्गा के भक्तों को अब फिर से आने वाले नवरात्रों का इंतजार रहने लगा है। इस अवसर पर आज करनाल बंगाली कॉलोनी में आयोजित की गई मां दुर्गा पूजा के बाद मां के भक्तों ने करनाल की सड़कों पर ढोल नगाड़ों के साथ शोभा यात्रा निकालते हुए मां दुर्गा के स्वरूप का करनाल की पश्चिमी यमुना नहर में विसर्जन किया।

इस अवसर पर ये सभी रहे मौजूद

मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के समय करनाल की पश्चिमी यमुना नहर पर बड़ी संख्या में मां दुर्गा के श्रद्धालु तथा मां दुर्गा सेवा समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधान परितोष कर,उपप्रधान तरुण लोहिया,सचिव प्रवीण साह, कोषाध्यक्ष रंजीत दास,अंजना दास, साथी पाल, ममता मालिक,नितिका शाह, शिवानी दास, शालू,सुधा बरमन, ज्योति पाल, दीपा अधिकारी,आकि दत्ता, शिल्पी दत्ता, निशा,मोना पाल, अंजली दास,ममता मल्ली, प्रभा शाह, प्रीति दास, अनिमा पाल अर्चना,और दुर्गा पूजा समिति के सदस्य मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें : आरपीएस स्कूल में विद्यार्थियों ने रावण का पुतला जलाकर मनाया दशहरा पर्व

ये भी पढ़ें : चडीगढ़ में पहले ही फूंक दिया मेघनाद का पुतला

ये भी पढ़ें : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया स्थापना दिवस

SHARE