अगर गलती से खरीद लिया तो क्या करें?
Shaniwar Niyam, (आज समाज), नई दिल्ली: शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना गया है। धर्म शास्त्रों में शनिदेव को कर्मफलदाता कहा गया है जो लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनिवार के दिन कुछ चीजों को करना वर्जित माना गया है और इन्हीं में से एक है सरसों का तेल खरीदना। इस लेख में हम जानेंगे कि शनिवार को सरसों का तेल क्यों नहीं खरीदना चाहिए, इससे क्या नुकसान होता है और अगर शनिवार को तेल खरीद लिया तो क्या करें।
शनिवार को तेल क्यों नहीं खरीदना चाहिए?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को तेल खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता कि शनिवार को तेल खरीदने से शनिदेव का दुष्प्रभाव पड़ सकता है और आर्थिक व स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं। इसके बजाय, शनिवार को तेल का दान करना और शनिदेव को तेल अर्पित करना शुभ माना जाता है। शनिवार को तेल खरीदने से शनिदेव का नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।
- मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को तेल खरीदने से आर्थिक परेशानियों और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
- शनिवार को तेल खरीदने से शनि के दुष्प्रभाव को घर में प्रवेश करने का निमंत्रण माना जाता है।
शनिवार को तेल खरीद लिया तो क्या करें?
अगर आपने शनिवार को सरसों का तेल खरीद लिया है, तो आप नीचे दिए गए कुछ उपायों को अपनाकर शनिवार को तेल खरीदने के कारण होने वाले अशुभ प्रभावों को कम कर सकते हैं।
- शनिवार को खरीदे हुए तेल में से थोड़ा सा तेल शाम के समय शनिदेव को अर्पित करना चाहिए।
- शनिवार को खरीदे गए बचे हुए तेल में से कुछ हिस्सा किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए।
- शनिवार शाम को सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं और शनिदेव की पूजा करनी चाहिए।
- शनिवार को शनिदेव के मंत्र ॐ शं शनैश्चराय नम: का जाप करना चाहिए।
- ये सभी उपाय करने के बाद बचा हुआ तेल आप सामान्य उपयोग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।


