Nepal Violence Live Update, (आज समाज), काठमांडू: प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद नेपाल में सुरक्षा की कमान सेना ने संभाल ली है। नेपाल और देश के अन्य हिस्सों में जेन जेड के नेतृत्व में सोशल मीडिया पर प्रतिबंधों को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच ओली ने मंगलवार को पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
ये भी पढ़ें : Nepal Outrage: सरकार ने विरोध प्रदर्शनों के बाद सोशल मीडिया ऐप्स से बैन हटाया
पूर्व प्रधानमंत्रियों के निजी आवास फूंके
प्रदर्शनकारियों ने संसद और प्रधानमंत्री कार्यालय सहित सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाया और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल, ओली और कई पूर्व प्रधानमंत्रियों के निजी आवासों में आग लगा दी। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर शुरू हुए ये विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए और त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा।
मैंने इस मकसद से छोड़ा पद : केपी शर्मा ओली
पिछले साल जुलाई में अपना चौथा कार्यकाल शुरू करने वाले ओली ने अपने त्यागपत्र में कहा कि उन्होंने समस्या के समाधान को सुगम बनाने और संविधान के अनुसार राजनीतिक रूप से इसे हल करने में मदद करने के लिए पद छोड़ा। अशांति के बीच, नेपाली सेना और वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने संयुक्त अपील जारी की जिसमें स्थिरता बहाल करने के एकमात्र उपाय के रूप में संयम और बातचीत का आग्रह किया गया।
सेना ने लिया नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा का संकल्प
सेना ने जेन जेड आंदोलन के घटनाक्रम का विश्लेषण कर देश की स्वतंत्रता, संप्रभुता और नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करने का संकल्प लिया। प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए वाहनों, स्कूलों और पूर्व प्रधानमंत्रियों शेर बहादुर देउबा और पुष्प कमल दहल सहित मंत्रियों के घरों में आग लगा दी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि हिंसा जारी रहने पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी सुरक्षा तंत्र सक्रिय हो जाएँगे, जबकि सेना ने नागरिकों और प्रदर्शनकारियों को सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया है।
फ़िलहाल नेपाल की यात्रा स्थगित करें इंडियंस : विदेश मंत्रालय
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने देश के नागरिकों को सलाह दी है कि वे स्थिति स्थिर होने तक नेपाल की यात्रा स्थगित कर दें। नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वर्तमान निवास स्थानों पर ही रहें, सड़कों पर निकलने से बचें और पूरी सावधानी बरतें।