केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल की अगुआई में होंगी बैठक, पंजाब-हरियाणा के सीएम भी होंगे शामिल
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल की अगुआई में आज फिर एसवाईएल नहर विवाद पर दिल्ली में बैठक होगी। बैठक में पंजाब के सीएम भगवंत और हरियाणा के सीएम नायब सैनी भी मौजूद रहेंगे। मीटिंग में भगवंत मान द्वारा रखी गई रावी नदी के पानी को लेकर शर्त पर मंथन होगा।
इससे पहले हुई बैठक में पंजाब के सीएम ने कहा था कि पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान से रद्द हुआ इंडस वाटर समझौते का पानी पंजाब लाया जाए। झेलम का पानी पंजाब नहीं आ सकता है, लेकिन चिनाब और रावी का पानी आ सकता है। पौंग, रंजीत सागर डैम और भाखड़ा डैम में होते हुए ये पानी आ सकता है।
हरियाणा कर चुका अपने हिस्से की नहर का निर्माण
इससे पहले की बैठकें बिना नतीजे रही थीं। 212 किलोमीटर लंबी इस नहर में हरियाणा का 92 किलोमीटर हिस्सा बन चुका है, जबकि पंजाब के 122 किलोमीटर हिस्से का निर्माण अब तक अधूरा है। यह मीटिंग 13 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई से पहले दोनों राज्यों के बीच सहमति बनाने की कोशिश है।
सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के पक्ष में सुनाया था फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2002 में हरियाणा के पक्ष में फैसला सुनाया था और पंजाब को नहर निर्माण का आदेश दिया था, लेकिन 2004 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में कानून पास कर 1981 के समझौते को रद्द कर दिया था।
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