Javelin Thrower Anu And Sahil Marriage: किक बॉक्सर साहिल और जेवलिन थ्रोअर अन्नू कल बंधेंगे शादी के बंधन में

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Javelin Thrower Anu And Sahil Marriage: किक बॉक्सर साहिल और जेवलिन थ्रोअर अन्नू कल बंधेंगे शादी के बंधन में
Javelin Thrower Anu And Sahil Marriage: किक बॉक्सर साहिल और जेवलिन थ्रोअर अन्नू कल बंधेंगे शादी के बंधन में

अन्नू को आज चढ़ेगी हल्दी, लगेगी मेहंदी
Javelin Thrower Anu And Sahil Marriage, (आज समाज), रोहतक: इंटरनेशनल जेवलिन थ्रोअर अन्नू रानी कल हरियाणा के रोहतक के रहने वाले किक बॉक्सर साहिल के साथ शादी के बंधन में बंध जाएगी। दोनों घरों में शादी की तैयारियां पूरे जोरशोर के साथ चल रही है। आज अन्नू को हल्दी चढ़ेगी और मेहंदी लगेंगी। शादी मेरठ के गोल्डन विवाह मंडप में होगी। 19 नवंबर को रोहतक में रिसेप्शन है।

इसमें खेल मंत्री से लेकर सीएम योगी तक को न्योता भेजा गया है। अन्नू उत्तरप्रदेश के मेरठ की रहने वाली है। अन्नू ने कहा कि वो डेस्टिनेशन वेडिंग करना चाहती थीं। पेरेंट्स भी राजी थे। हालांकि, परिवार की इच्छा थी कि वो बेटी को घर से डोली पर विदा करे। इसलिए तय हुआ कि शादी बहादुरपुर गांव से हो।

मैं और साहिल शिवभक्त

शादी की तैयारियों में जुटी अन्नू ने कहा कि मैं और साहिल दोनों शिवभक्त हैं। हमारे नेचर भी एक-दूसरे से काफी मिलते हैं। शादी के बाद खेल पर फोकस करूंगी। मेरे बहादुरपुर गांव में ही शादी की रस्मों मेहंदी, हल्दी, तेल, मंडप की तैयारी चल रही है।

घर पर जश्न का माहौल

बहादुरपुर गांव में अन्नू की दोनों बड़ी बहनें, नीतू, रितू अपने परिवार संग पहुंच चुकी हैं। अन्नू की बुआ और अन्य रिश्तेदार आ चुके हैं। घर में शादी का पूरा माहौल है। हंसी ठिठोली हो रही है। एक तरफ शादी की मिठाइयां बननी शुरू हो चुकी हैं। घर की सजावट भी जोरों पर की जा रही।

साहिल के परिवार का अमेरिका में बिजनेस

साहिल के परिवार का अमेरिका में बिजनेस है। जहां उनके वेयर हाउस व गैस स्टेशन हैं, जो फिलहाल उनके भाई संभाल रहे हैं। साहिल के पिता रवि केंद्र सरकार के ईपीएफओ विभाग के कर्मचारी हैं। उनकी मां मुकेश देवी हाउस वाइफ हैं।

गन्ने का भाला फेंककर खेलना किया शुरू

मेरठ के बहादुरपुर निवासी अन्नू रानी का जन्म 28 अगस्त 1992 को किसान परिवार में हुआ। शुरू में खेत में ही गन्ने का भाला बनाकर फेंकना शुरू किया। उनके भाई उपेंद्र ने उनकी ताकत को पहचाना और इस खेल में जाने के लिए प्रेरित किया। गांव के माहौल के कारण उनका खेल में जाना कुछ लोगों को खटकता भी था। उनके पिता अमरपाल सिंह ने उन्हें खेलने की इजाजत नहीं थी। चोरी छिपे प्रयास किया और बाद में अपने पिता को भी मनाया।

अन्नू की उपलब्धियां

  • 2014 में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर अन्नू रानी ने भाला फेंक में अपने शानदार करियर की शुरूआत की। वह 2019 में पहली बार विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिला भाला फेंक के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला थी।
  • अन्नू रानी ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में कांस्य पदक जीता और इस स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भाला फेंक खिलाड़ी बनीं।
  • 2023 में, अन्नू रानी ने हांगझोऊ में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता और अपने करियर के शिखर पर पहुंच गईं। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक खिलाड़ियों में से एक के रूप में स्थापित कर दिया।
  • अन्नू रानी 2024 के पेरिस ओलिंपिक के लिए योग्यता के आधार पर क्वालीफाई नहीं कर पाईं, लेकिन रैंकिंग कोटा के माध्यम से उन्हें वहां स्थान मिला।