Kartik Month Bhojan Niyam: कार्तिक मास में खान-पान के इन नियमों का रखें ध्यान

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Kartik Month Bhojan Niyam: कार्तिक मास में खान-पान के इन नियमों का रखें ध्यान
Kartik Month Bhojan Niyam: कार्तिक मास में खान-पान के इन नियमों का रखें ध्यान

लक्ष्मी नारायण की कृपा होगी प्राप्त
Kartik Month Bhojan Niyam, (आज समाज), नई दिल्ली: कार्तिक मास की शुरूआत 7 अक्टूबर, मंगलवार से हो चुकी है। इस महीने का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है और इसे बेहद पवित्र माना गया है। शास्त्रों में कार्तिक मास में खान-पान के कई नियम बताए गए हैं। इनका पालन करने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है और लक्ष्मी-नारायण की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आने के संयोग बनते है। ऐसे में आइए विस्तार से जानें की कार्तिक मास में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।

कार्तिक मास में बैंगन से करें परहेज

मान्यता है कि कार्तिक मास में बैंगन खाने से बचना चाहिए। कहा जाता है कि इस महीने के दौरान पित्त दोष संबंधित समस्याएं होने का भय अधिक रहता है। वहीं, बैंगन खाने से पित्त दोष बढ़ सकता है। यही कारण है कि कार्तिक के महीने में बैंगन खाने के मनाही होती है। उत्तेजना वर्धन होने के चलते बैंगन को धार्मिक दृष्टि से शुद्ध नहीं माना जाता है और इस महीने के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

कार्तिक मास में न खाएं दही

इस अवधि के दौरान दही खाने की मनाही होती है, क्योंकि इसे कार्तिक मास में स्वास्थ्य के लिए सही नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक के महीने में दही खाना संतान के लिए अच्छा नहीं होता है। हालांकि, इस अवधि में आप दही की जगह दूध का सेवन कर सकते हैं।

भूलकर भी न खाएं मछली

कार्तिक के महीने में तामसिक भोजन करना वर्जित माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस अवधि में विशेष रूप से मछली का सेवन करना शुभ नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में भगवान विष्णु जल में अपने मत्स्य अवतार के रूप में होते हैं। यही कारण है कि कार्तिक के महीने में मछली का सेवन करना वर्जित माना गया है। इसके अलावा, आषाढ़ में अधिक वर्षा और बाढ़ आने से जल प्रदूषित हो जाता है। ऐसे में वैज्ञानिक दृष्टि से भी इसका सेवन करना सही नहीं माना जाता है।

करेले का सेवन करना है वर्जित

माना जाता है कि कार्तिक मास में करेला का सेवन करने से भी बचना चाहिए। इसे वातकारक माना गया है और इसमें कभी-कभी कीड़े भी लग जाते हैं। ऐसे में अगर आप इस समय करेला खाते हैं तो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यही कारण है कि कार्तिक मास में करेले का सेवन करना सही नहीं माना जाता है।

मूली का सेवन करने से मिलेगा लाभ

कार्तिक मास में कुछ चीजों को खाना सही नहीं माना जाता है। लेकिन कुछ चीजों का सेवन करना बेहद फायदेमंद माना गया है। माना जाता है कि इस महीने में मूली खाना बेहद लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इस मौसम में कफदोष और पित्तदोष जैसी समस्याएं होने का भय होता है। ऐसे में मूली का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

कार्तिक मास में खाएं आंवला

इस महीने में आंवला नवमी मनाई जाती है, जिसमें आंवले के वृक्ष और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान होता है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी कार्तिक के महीने में आंवला खाना बहुत फायदेमंद माना गया है। इससे जातक के सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। कार्तिक के महीने में आंवला नवमी पर आंवले की वृक्ष की पूजा करने से लक्ष्मी-नारायण का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

कार्तिक के महीने में जरूर करें ये काम

इस अवधि में खान-पान से जुड़े नियमों का ध्यान रखने के साथ-साथ एक काम भी अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि कार्तिक के महीने में नियमित रूप से भगवान विष्णु को तिल जरूर अर्पित करने चाहिए। साथ ही, इस दौरान तिल का सेवन करना भी लाभदायक माना जाता है। ऐसा करने से आपको विष्णुजी की कृपा प्राप्त हो सकती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।