- कालोनीवासी परेशान, बरसों पहले बिछाई गई सीवरेज लाइन हो चुकी जर्जर
- जब तक नए पाइप नही डाले जाते, तब तक कोई स्थाई समाधान नहीं
(Jind News) जींद। गांधी नगर, स्कीम नंबर छह स्थित मकान नंबर 373 के आस पास सीवरेज की सरकारी पाइप लाइन पिछले लगभग छह महीने से रुकी पड़ी है। जिसके कारण गंदा पानी आगे नहीं निकल पा रहा। इसका सीधा असर आसपास के दर्जनों घरों पर पड़ रहा है। जो बदबू और गंदगी से बेहद परेशान हैं। गली में गंदा पानी जमा होने से लोगों का निकलना तक मुश्किल हो गया है।
40 साल पहले संबंधित विभाग द्वारा गली में पाइप दाबे गए थे
जींद विकास संगठन के अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोयल ने कहा कि घरों से जो गंदा पानी निकलता है, उस गंदे पानी की निकासी के लिए लगभग 40 साल पहले संबंधित विभाग द्वारा गली में पाइप दाबे गए थे। इन पाइपों से होकर गंदा पानी सीवरेज के मैन हाल तक जाता है। गली में जो पाइप कई दशकों पहले दाबे गए थे। सीवरेज के वे मैन होल अब खराब हो चुके हंै। कई जगह से टूट चूके है। इनमे से गंदा पानी निकलकर सीवरेज के मैनहोल तक नहीं पहुंच पा रहा।
पाइप खराब हो जाने की वजह से गंदे पानी की निकासी नही हो पाती और गंदा पानी घरों में बैक मारने लगता है। गोयल का कहना है कि गली के वाशिंदों को सीवरेज खाली करवाने के लिए अपने खर्चे पर प्राइवेट टैंकर बुलाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। गोयल ने इस समस्या को गंभीर बताते हुए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शिकायत दर्जनों बार दी जा चुकी है अधिकारी मौके पर आते हैं लेकिन सिर्फ औपचारिकता निभाकर लौट जाते हैं जबकि समस्या जस की तस बनी हुई है।
सीवरेज व्यवस्था पूरी चरमराई हुई
गोयल ने कहा कि एक सीवरेज लाइन एक साल से बंद रहना वह भी शहर के एक रिहायशी इलाके में यह बताता है कि जन समस्याओं के प्रति प्रशासन कितना संवेदनशील है। गोयल ने संबंधित विभाग से मांग की है कि कई दशकों पहले गली में बिछाई गई सीवरेज की पाइप लाइन को नए सिरे से तुरंत बदलवाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। गांधी नगर वासी अंजू सिंगला का कहना है कि कहने को तो गांधी नगर एक पाश कालोनी है लेकिन यहां सीवरेज व्यवस्था पूरी चरमराई हुई है। लगता है किसी गांव में रह रहे है।
कई बार संबंधित विभाग को शिकायत की जा चुकी है लेकिन स्थाई समाधान नहीं निकाला जा रहा। जब तक सीवरेज की पुरानी पाईप लाईन नही बदली जाती। तब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकलने वाला। गौरव कुमार का कहना है कि जब भी शिकायत की जाती है तो प्रशासन सीवरेज के मैनहोल को खाली कर देता है लेकिन दिक्कत कुछ और है।
वह यह है कि जिस पाइप लाइन के जरिये सीवरेज का गंदा पानी मैन होल तक जाता है वे पाइप लाइन ही रुकी पड़ी है। ऐसे में जब तक इस पाईप लाईन हो नही बदला जाता तब तक ठोस समाधान नहीं निकलने वाला।
यह भी पढ़े : Jind News : जलघरों को ग्राम पंचायतों को सौंपने के विरोध में कर्मियों ने प्रदर्शन किया