Dragon Fruit: घर पर ड्रैगन फ्रूट उगाना है बेहद आसान, जानिए तरकीब

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Dragon Fruit: घर पर ड्रैगन फ्रूट उगाना है बेहद आसान, जानिए तरकीब
Dragon Fruit: घर पर ड्रैगन फ्रूट उगाना है बेहद आसान, जानिए तरकीब

ड्रैगन फ्रूट एक कैक्टस प्रजाति का पौधा, इसलिए ज्यादा देखभाल की नहीं होती जरूरत
Dragon Fruit, (आज समाज), नई दिल्ली: आजकल शहरी इलाकों में लोग हेल्दी फलों और आॅर्गेनिक खेती की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। इन्हीं में से एक है ड्रैगन फ्रूट, जिसे पिटाया भी कहा जाता है। यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि विटामिन, मिनरल और एंटीआॅक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ किसान खेत में ही नहीं बल्कि आप अपनी बालकनी में भी इसे उगा सकते हैं। घर की बालकनी या छत पर गमले में इसे उगाना बेहद आसान है।

इम्यूनिटी बढ़ाने और पाचन सुधारने में मदद करता है ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट की उत्पत्ति मध्य अमेरिका से मानी जाती है, लेकिन आज यह भारत सहित कई देशों में उगाया जा रहा है। इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर और एंटीआॅक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और पाचन सुधारने में मदद करते हैं। साथ ही यह डायबिटीज, मोटापा और स्किन हेल्थ के लिए भी लाभकारी माना जाता है।

हेल्दी कटिंग से उगाएं पौधा

  • बालकनी में इसे उगाने के कुछ खास स्टेप्स इस तरह से हैं खेती करने के लिए कुछ आसान स्टेप्स इस प्रकार हैं।
  • एक 12 से 15 इंच गहरा गमला चुनें और इसमें रेतीली और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी का इस्तेमाल करें।
  • मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मी-कम्पोस्ट मिलाना पौधे के लिए फायदेमंद होता है।
  • ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए आमतौर पर पौधे की कटिंग का इस्तेमाल किया जाता है।
  • किसी नर्सरी से 10-12 इंच लंबी हेल्दी कटिंग लेकर गमले में लगाएं।
  • यह पौधा बेल की तरह फैलता है इसलिए इसे ऊपर बढ़ने के लिए सपोर्ट की जरूरत होती है।
  • गमले में लकड़ी या लोहे की छड़ लगाकर पौधे को सहारा दें।
  • ड्रैगन फ्रूट को धूप बहुत पसंद है ऐसे में बालकनी में ऐसी जगह चुनें जहां 5 से 6 घंटे तक सीधी धूप मिल सके।
  • पानी हफ्ते में 2-3 बार ही दें, क्योंकि यह पौधा ज्यादा नमी सहन नहीं कर पाता।
  • पौधा लगाने के 12-18 महीनों बाद इसमें फूल आना शुरू हो जाते हैं।
  • फूल सफेद और बड़े होते हैं, जिनसे कुछ ही समय में फल विकसित हो जाते हैं।
  • फल का आकार अंडाकार होता है और पकने पर इसका रंग गुलाबी या लाल हो जाता है।

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