- पाकिस्तान की मदद करके तुर्की ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा
- राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को ज्ञापन भेजने का भरोसा दिया
Himachal Apple Farmers On Turkish Imports, (आज समाज), शिमला: हिमाचल प्रदेश के सेब किसानों ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के दौरान तुर्की के राजनीतिक रुख का हवाला देते हुए भारत में तुर्की से सेब के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। हिमाचल प्रदेश संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान के नेतृत्व में फल उत्पादकों और किसानों के एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के माध्यम से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा।
फरवरी में विनाशकारी भूकंप में की थी तुर्की की मदद
हरीश चौहान ने कहा, तुर्की हमारे दुश्मन देश (पाकिस्तान) का सहयोगी है। जब भारत पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहा था, तब उसने पाकिस्तान का साथ दिया था। वहीं, फरवरी 2023 में जब तुर्की में विनाशकारी भूकंप आया था, तब भारत सरकार ने मानवीय आधार पर उनकी मदद की थी। बदले में तुर्की ने पाकिस्तान की मदद करके हमारी पीठ में छुरा घोंपा है।
तुर्की भारत को सेब निर्यात करने वाले देशों में सबसे ऊपर
हरीश चौहान ने कहा कि तुर्की वर्तमान में भारत को सेब निर्यात करने वाले देशों की सूची में सबसे ऊपर है। उनका दावा है कि इस प्रवृत्ति से स्थानीय उत्पादकों को नुकसान हो रहा है। हिमाचल के खासकर सेब बेल्ट के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसलिए हम भारत में तुर्की के सभी सेब आयात पर पूर्ण प्रतिबंध और बहिष्कार की मांग कर रहे हैं।
हमारे अपने किसानों को होगा फायदा होगा
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि भारत सेब आयात पर सालाना 800 से 1,000 करोड़ रुपए खर्च करता है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा तुर्की को जाता है। हरीश चौहान ने कहा, हमें तुर्की जैसे दुश्मन का समर्थन करने वाले देशों की आर्थिक जड़ों पर प्रहार करना चाहिए। अगर हम तुर्की के सेब आयात करना बंद कर देते हैं, तो यह उनकी आर्थिक रीढ़ तोड़ देगा, जबकि हमारे अपने किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।
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