कहा, पटेल की भूमि पर भाजपा द्वारा किसानों पर किए जुल्मों ने पूरे देश को शर्मसार किया
Punjab CM News (आज समाज), राजकोट (गुजरात)/चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कृषि और किसानों को देश की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए, परंतु अहंकारी भाजपा नेता उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों ने उन किसानों की कठिनाइयां और बढ़ा दी हैं जिन्होंने देश को अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया। किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अन्याय, अत्याचार और दमन के विरुद्ध किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
मान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसानों पर किए जा रहे अत्याचार, देश के राजनीतिक परिदृश्य में भगवा पार्टी के अंत की शुरूआत साबित होंगे और यह अत्याचार उनके राजनीतिक ताबूत की आखिरी कील बनेंगे। राजकोट में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मान के साथ आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे।
भाजपा को करारा जवाब देंगे किसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के मेहनतकश और बहादुर किसान भाजपा की तानाशाही प्रवृत्ति को अब बर्दाश्त नहीं करेंगे और उसे करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेताओं ने किसान-विरोधी रवैया अपना लिया है, जो देश के हित में नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के अथक परिश्रम ने देश को अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने उन दिनों को याद किया जब भारत को अन्न संकट का सामना करना पड़ा था और उसे दूसरे देशों से मदद मांगनी पड़ती थी।
किसानों पर अत्याचार से पूरा देश शर्मसार
अपने संबोधन में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म भूमि पर भाजपा द्वारा किए गए अत्याचारों ने पूरे देश को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा गिरफ्तार किया 85 किसानों के परिवारों को सम्मानित करना चाहती थी, परंतु राज्य सरकार ने इस से इनकार कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस संकट की घड़ी में देश के किसानों के साथ खड़ी है और उनको रिहा करवाने के लिए कोई कसर शेष नहीं छोड़गी।
भाजपा की किसान-विरोधी नीतियां साफ
भगवंत सिंह मान ने बताया कि आज केवल पंजाब ही ऐसा राज्य है जो राष्ट्रीय खाद्य पूल में 180 लाख मीट्रिक टन धान और 150 लाख मीट्रिक टन गेहूं का योगदान करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की किसान-विरोधी नीतियां साफ तौर पर सामने हैं — उदाहरण के तौर पर, गुजरात सरकार ने असमय वर्षा से तबाह हुई फसलों के लिए किसानों को एक पैसे का मुआवजा तक नहीं दिया। इसके विपरीत, पंजाब सरकार ने बाढ़ से नष्ट हुई फसलों के लिए मात्र एक महीने के भीतर किसानों को मुआवजे के चेक वितरित कर दिए।
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