211 दर्ज किया गया दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स
Delhi Weather Update, (आज समाज), नई दिल्ली: दिवाली से पहले ही दिल्ली की आबोहवा खराब होने लग गई। मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 211 दर्ज किया गया। प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर इसके चलते कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने इस मौसम में पहली बार ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान वन के 27 तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए। इसके तहत कंस्ट्रक्शन साइट्स पर धूल को कंट्रोल करने, खुले में कचरा जलाने पर रोक और नियमित रूप से सड़क सफाई जैसे उपाय किए जाते हैं।
साथ ही एंटी-स्मॉग गन का उपयोग, पानी का छिड़काव करना आदि शामिल हैं। सभी एजेंसियां कोशिश करेंगी कि हवा और खराब न होने पाए। नागरिकों से भी उपायों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है। कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद 13 दिसंबर, 2024 को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-1 के उपाय तय किए थे।
कब लागू किया जाता है जीआरएपी-1
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण 1 के तहत प्रतिबंध तब लागू किए जाते हैं जब एक्यूआई 200 की निर्धारित सीमा से अधिक हो जाता है। मंगलवार को दिल्ली का एक्यूआई 211 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
आदेश में कहा गया है कि मौजूदा जीआरएपी के चरण के अंतर्गत सभी संबंधित एजेंसियों द्वारा पूरे एनसीआर में लागू, निगरानी और समीक्षा की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अदक का स्तर और न गिरे। सभी कार्यान्वयन एजेंसियां मौजूदा जीआरएपी अनुसूची पर कड़ी निगरानी रखेंगी और उपायों को तेज करेंगी।
ग्रैप 1 के अंतर्गत नागरिक सलाह
- वाहनों के इंजन को ठीक से ट्यून करें और टायरों का दबाव बनाए रखें।
- सुनिश्चित करें कि वाहन के पीयूसी प्रमाणपत्र अपडेटेड हो।
- लाल बत्ती पर इंजन बंद करें, गाड़ी को निष्क्रिय रखने से बचें।
- जहां तक संभव हो, हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता दें।
- कूड़ा फैलाने और खुले में कचरा फेंकने से बचें।
- 311 ऐप, ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप के माध्यम से वायु प्रदूषणकारी गतिविधियों की रिपोर्ट करें।
- पेड़ लगाएं और हरियाली को बढ़ावा दें।
- पटाखों से परहेज करते हुए, पर्यावरण के अनुकूल तरीके से त्योहार मनाएं।
- पुराने डीजल/पेट्रोल वाहन (10-15 साल पुराने) चलाने से बचें।
हिमालय का 86% हिस्सा बर्फ से ढंका
उधर, देश में इस बार तेज ठंड पड़ेगी, क्योंकि ऊपरी हिमालय का 86% हिस्सा समय से दो महीने पहले ही बर्फ से ढंक गया है। पिछले दिनों आए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पूरे हिमालय पर तापमान 2 से 3 डिग्री कम बना हुआ है।
इस वजह से ताजा बर्फ फिलहाल पिघल नहीं रही। यह अच्छा संकेत है। दिसंबर में ला नीना सक्रिय हो रहा है। जो प्रशांत महासागर के तापमान के सामान्य से ठंडा होने की एक मौसमी घटना है। इसके कारण भारत में अच्छी बारिश और ज्यादा ठंड पड़ती है।