CP Radhakrishnan New Vice President, (आज समाज), नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं और एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन विजयी हुए हैं। राधाकृष्णन ने 452 वोट हासिल कर विपक्ष के उम्मीदवार, सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया, जिन्हें केवल 300 वोट मिले।
जीत की आधिकारिक घोषणा
राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी ने राधाकृष्णन की जीत की आधिकारिक घोषणा की। इस परिणाम के साथ, उनका भारत के नए उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालना तय है। भाजपा ने यह भी दावा किया है कि चुनाव में भारी क्रॉस-वोटिंग हुई, जिससे राधाकृष्णन की जीत का अंतर और बढ़ गया।
यह रही भारत के उप-राष्ट्रपतियों की पूरी सूची
नाम: | कार्यकाल |
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन: | मई 13, 1952 से मई 12, 1962 |
डॉ. जाकिर हुसैन: | मई 13, 1962 से मई 12, 1967 |
वी.वी. गिरि: | मई 13, 1967 से मई 3, 1969 |
गोपाल स्वरूप पाठक: | अगस्त 31, 1969 से अगस्त 30, 1974 |
बी डी ज़त्ति: | अगस्त 31, 1974 से अगस्त 30, 1979 |
एम हिदायतुल्ला: | अगस्त 31, 1979 से अगस्त 30, 1984 |
आर वेंकटरमन: | अगस्त 31, 1984 से जुलाई 24, 1987 |
शंकर दयाल शर्मा: | सितम्बर 3, 1987 से जुलाई 24, 1992 |
के.आर. नारायणन: | अगस्त 21, 1992 से जुलाई 24, 1997 |
कृष्णकांत: | अगस्त 21, 1997 से जुलाई 27, 2002 |
भैरों सिंह शेखावत: | अगस्त 19, 2002 से जुलाई 21, 2007 |
मो. हामिद अंसारी: | अगस्त 11, 2007 से अगस्त 10, 2017 |
एम. वेंकैया नायडु: | अगस्त 11, 2017 से अगस्त 10, 2022 |
जगदीप धनखड़: | अगस्त 11, 2022 से जुलाई 21, 2025 |
सी. पी. राधाकृष्णन: | चुनाव जीते |
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
आपको बता दें, सी.पी. राधाकृष्णन का जन्म 4 मई, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर जिले में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। ओबीसी कोंगु वेल्लालर (गाउंडर) समुदाय से ताल्लुक रखने वाले राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से शुरू हुआ। 1974 में, वे भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। उनका विवाह आर. सुमति से हुआ।
भाजपा में उन्नति और संसदीय जीवन
राधाकृष्णन की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में सक्रिय भूमिका 1996 में शुरू हुई जब उन्हें पार्टी का तमिलनाडु सचिव नियुक्त किया गया। दो साल बाद, 1998 में, वे कोयंबटूर से सांसद चुने गए और 1999 के आम चुनावों में भी उन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी।
संसद में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम समिति, वित्त परामर्शदात्री समिति और शेयर बाजार घोटाले पर विशेष समिति के सदस्य भी रहे। 2004 में, उन्होंने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया और ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे।
भाजपा में नेतृत्व और जन अभियान
2004 से 2007 तक, उन्होंने भाजपा तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इस दौरान, उन्होंने 93 दिनों तक चलने वाली 19,000 किलोमीटर की ऐतिहासिक रथ यात्रा शुरू की, जिसमें नदी-जोड़ो परियोजनाओं, आतंकवाद का मुकाबला, समान नागरिक संहिता लागू करने, अस्पृश्यता उन्मूलन और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। इस अभियान ने पार्टी के भीतर उनके कद को काफी बढ़ाया। उन्होंने दो प्रमुख पदयात्राएँ भी कीं।
2016 से 2020 तक, उन्होंने कोचीन स्थित कॉयर बोर्ड की अध्यक्षता की, जिसके तहत कॉयर निर्यात ₹2,532 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुँच गया। बाद में, 2020 से 2022 तक, उन्होंने केरल मामलों की ज़िम्मेदारी के साथ भाजपा के अखिल भारतीय प्रभारी के रूप में कार्य किया।
2023 में झारखंड का राज्यपाल किया गया नियुक्त
18 फ़रवरी, 2023 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। मात्र चार महीनों के भीतर, उन्होंने राज्य के सभी 24 ज़िलों का दौरा किया और लोगों और प्रशासन से सीधे जुड़े। बाद में, 31 जुलाई, 2024 को उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया। लगभग उसी समय, उन्हें तेलंगाना के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया, और इससे पहले, उन्होंने पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्य किया था।
प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी रहे
अपने राजनीतिक जीवन के अलावा, राधाकृष्णन एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी रहे हैं। कॉलेज स्तर पर, वह टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक थे। उन्होंने क्रिकेट और वॉलीबॉल भी शौक से खेला। उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, चीन और कई यूरोपीय देशों का दौरा किया है।