Chandigarh news: (आज समाज): राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या डॉक्टर गीता सुखीजा के कुशल नेतृत्व में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों और प्राध्यापकों ने हरियाणा के पंचकूला में आयोजित 11वां भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में भाग लिया। प्रस्तुत कार्यक्रम का विषय “विज्ञान से समृद्धि: आत्मनिर्भर भारत के लिए” रहा, जिसमें आत्मनिर्भरता के लिए विज्ञान – आधारित विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया।
इसमें प्रदर्शनियां, बी2बी बैठकें और पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान से जोड़ने वाले कार्यक्रम, उपलब्धियाओं का जशन, युवाओं को प्रेरणा देना और आत्म निर्भर राष्ट्र की दिशा में भारत की जैव प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्रगति पर प्रकाश डाला गया।
“विज्ञान से समृद्धि: आत्मनिर्भर भारत के लिए” इस विश्वास का प्रतीक है की सच्ची समृद्धि वैज्ञानिक ज्ञान के अनुप्रयोग, विचारों को नवाचारों में, खोजों को विकास में और विज्ञान को सामाजिक कल्याण में बदलने से उत्पन्न होती है।
आईआईएसएफ 2025 का नेतृत्व पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा किया गया और इसका समन्वय आईआईटीएम पुणे द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी विभाग और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के सहयोग से किया गया। प्रस्तुत कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर रामचंद्र, डॉक्टर अजीत सिंह, डॉक्टर इंदु, डॉक्टर सरिता, असिस्टेंट प्रोफेसर सीमा शर्मा और डॉक्टर भूप सिंह का सहयोग रहा।


