Chandigarh News: पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने आज चंडीगढ़ के राजभवन में संकल्प-चंडीगढ़ द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोगों की परीक्षाओं में चयनित उम्मीदवारों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 13 उम्मीदवारों और राज्य स्तरीय लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में चयनित होने वाले 7 उम्मीदवारों को सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने सभी सफल उम्मीदवारों को बधाई दी और कहा कि “आपने अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण से न केवल अपने परिवार बल्कि पंजाब और पूरे देश का नाम रोशन किया है।”
राज्यपाल ने अपने संबोधन में सिविल सेवा की कठिनाई और गरिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह परीक्षा केवल पाठ्यक्रम की ही परीक्षा नहीं है, बल्कि आत्म-अनुशासन, समय प्रबंधन और मानसिक दृढ़ता की भी परीक्षा है। उन्होंने संकल्प चंडीगढ़ संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले कई वर्षों से यह संस्था आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली युवाओं को निःशुल्क मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें सशक्त बना रही है।
उन्होंने कहा कि 1986 में दिल्ली से शुरू होकर 2007 में चंडीगढ़ पहुंची इस संस्था ने अब तक 133 से अधिक युवाओं को यूपीएससी, पीपीएससी, एचपीएससी और एचपीएएस जैसी परीक्षाओं में सफलता दिलाई है। यह संस्था सामाजिक जिम्मेदारी का अनूठा उदाहरण बन गई है।
राज्यपाल ने उपस्थित विद्यार्थियों और युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज जो अभ्यर्थी इस मंच पर बैठे हैं, वे आपके लिए प्रेरणास्रोत हैं। आप भी संकल्प लें कि एक दिन आप इस मंच पर बैठकर राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान देंगे। राज्यपाल ने यह भी कहा कि सिविल सेवा केवल एक कैरियर नहीं है, बल्कि यह कर्तव्य, संवेदनशीलता और नेतृत्व की यात्रा है। उन्होंने युवाओं से ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्पक्षता के मूल्यों का पालन करते हुए देश को “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल ने सभी सफल उम्मीदवारों, उनके अभिभावकों, संस्थान के मार्गदर्शकों, शिक्षकों और कार्यकर्ताओं को बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पंजाब और हरियाणा के भावी उम्मीदवारों और उनके शिक्षकों को भी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता जी, राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक प्रताप सिंह और अन्य प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।