Chandigarh news: (आज समाज): पंचकूला में विधायक चंद्रमोहन ने शनिवार को अपने निवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में नगर निगम और विधानसभा से जुड़े कई अहम मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बनाई गई Adhoc Committee को उच्च न्यायालय में चुनौती देने के बाद आखिरकार सरकार को इसे निरस्त करना पड़ा — जो पंचकूला की जनता और लोकतंत्र की जीत है।
चंद्रमोहन ने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में नगर निगम पंचकूला में चुने गए प्रतिनिधियों के प्रस्तावों को लागू नहीं किया गया। सैक्टर-8, 9 और 10 की पेड़ पार्किंग की बकाया राशि, अवैध माइनिंग, और निगम भूमि के दुरुपयोग जैसे मामलों में निगम और ठेकेदारों की मिलीभगत उजागर हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा चुकी है, करोड़ों खर्च होने के बावजूद जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। पंचकूला सफाई रैंकिंग में भी पीछे चला गया है । वहीं, मानसून के बाद सड़कों की हालत खस्ता, गड्ढों से भरी गलियों और घटिया निर्माण कार्य पर भी सवाल उठाए गए।
AMRUT योजना के तहत करीब 40 करोड़ की सीवरेज व्यवस्था को “फेल” बताते हुए विधायक ने कहा कि जनता के पैसे की बर्बादी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम की भूमि को सत्ता से जुड़े लोगों को ट्रस्ट के नाम पर हड़पने का सिलसिला चल रहा है।
बरसात में सैक्टर-19 और अन्य इलाकों में हर साल घरों में पानी घुसने की समस्या पर उन्होंने कहा कि विभागों में समन्वय की भारी कमी है। कानून व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि “पंचकूला जैसे शांतिप्रिय जिले में चोरी, लूट, नशाखोरी और आत्महत्या के मामले रोज़ सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन बेबस नज़र आ रहा है।”
विधायक चंद्रमोहन ने आगे कहा कि विपक्षी सांसदों, विधायकों और पार्षदों को सरकारी कार्यक्रमों से दूर रखना लोकतंत्र के खिलाफ है। “सरकारी पट्टियों और कार्यक्रमों में विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के नाम तक नहीं लिखे जाते।”
उन्होंने धारा 7A और परिवार पहचान पत्र के मामलों में भी सरकार की नीतियों को गरीब विरोधी बताया। कहा कि BPL सूची से पात्र परिवारों को बाहर कर देना सरकार की संवेदनहीनता को दिखाता है।
नगर निगम की कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं की कमी और विज्ञापन बोर्डों के जरिये हो रही राजस्व हानि पर भी विधायक ने तीखा प्रहार किया।
चंद्रमोहन ने कहा
मैं हमेशा जनता के बीच रहता हूं। मेरे घर के दरवाजे जनता के लिए हमेशा खुले हैं। मैं जनता की आवाज़ बनकर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
प्रेस वार्ता में उनके साथ सलीम, संदीप सोही, अक्षयदीप, गुरमेल कौर, उषा रानी, गौतम प्रसाद, नवीन बंसल (एडवोकेट), मनीष छाछिया (एडवोकेट), गुरमीत नंबरदार, ओम शुक्ला, पंकज वाल्मीकि सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।


