Chandigarh News : छतबीड़ जू में खड़ी इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों में लगी आग

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Fire breaks out in electric vehicles parked at Chhatbir Zoo.
तबीड़ जू में खड़ी इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों में लगी आग के दृश्य
  • धमाकों के साथ जलकर खाक हुईं 20 ई-व्हीकल्स, चार्जिंग के दौरान हादसा; कारणों की जांच शुरू

Chandigarh News(आज समाज नेटवर्क)जीरकपुर। मंगलवार सुबह जीरकपुर स्थित महेंद्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क (छतबीड़ जू) में उस समय हड़कंप मच गया, जब पर्यटकों को घुमाने के लिए इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेज़ी से फैली कि पलक झपकते ही धमाकों के साथ 20 गाड़ियां जलकर राख हो गईं। हादसा तब हुआ, जब सभी वाहनों को चार्जिंग स्टेशन पर लगाया गया था।

सूचना मिलते ही जू प्रबंधन और कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा कुछ गाड़ियों को हटाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, मगर आग और भड़क गई। इसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को खबर की गई। डेराबस्सी और जीरकपुर से दो फायर टेंडर तुरंत जू पहुंचे और करीब आधे घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

कैसे लगी आग?

सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब 9 बजे चार्जिंग स्टेशन पर खड़ी गाड़ियों से पहले धुआं उठता दिखा, और देखते ही देखते उनमें आग लग गई। आग की लपटों ने एक साथ खड़ी ज्यादातर गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। फायर टीम को सबसे पहले चार्जिंग पैनल की पावर सप्लाई बंद करनी पड़ी, ताकि आग पूरे स्टेशन में न फैल सके।

इलेक्ट्रिक व्हीकल होने के कारण गाड़ियों से बार-बार धमाके भी हो रहे थे, जिससे आग बुझाने में दिक्कत आई। हालांकि हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

गाड़ियों का नुकसान भारी

जू के फायर अफसर राजीव कुमार के मुताबिक कुल 28 इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां थीं, जिनमें से 20 पूरी तरह जल चुकी हैं और अब केवल 8 ही बची हैं। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट या बैटरी ओवरचार्ज होने के बाद ब्लास्ट बताया जा रहा है।

पार्क अधिकारी हरपाल सिंह ने कहा

“सरकारी गाड़ियों का नुकसान नहीं हुआ, ये प्राइवेट ठेकेदार की गाड़ियां थीं। आग के कारणों की विस्तृत जांच करवाई जा रही है। जल्द ही उच्च अधिकारियों की बैठक होगी।”

पर्यटकों को उठानी पड़ेगी परेशानी

छतबीड़ जू में रोजाना औसतन 1,500 से 2,000 लोग आते हैं। छुट्टियों पर यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में टूरिस्ट गाड़ियों के जल जाने से आने वाले दिनों में पर्यटकों को सफारी और जू के अंदर घूमने में दिक्कत हो सकती है।प्रबंधन अभी यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि पर्यटकों के लिए वैकल्पिक इंतजाम कब तक किए जाएंगे।

इस साल दूसरा हादसा

फरवरी 2025 में भी ई-व्हीकल पलटने का हादसा हुआ था, जिसमें 6 लोग घायल हुए थे। उस समय भी पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे। अब यह आग की घटना प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर फिर सवाल खड़े कर रही है।

विशेष जानकारी विवरण

  • क्षेत्रफल लगभग 200 हेक्टेयर (करीब 500 एकड़)
  • जानवर 369 स्तनधारी, 400 से अधिक पक्षी, कई सरीसृप
  • आकर्षण लायन सफारी, डीयर सफारी, भारत की सबसे लंबी वॉक-इन एवियरी (300 मीटर)
  • प्रतिदिन विज़िटर 1,500-2,000 (छुट्टियों में अधिक)
  • वार्षिक विज़िटर 6.9 लाख (2016-17 का आंकड़ा)
  • उपनाम छतबीड़ जू

अब जांच पर टिकी निगाहें

चूंकि आग चार्जिंग स्टेशन पर खड़ी सभी गाड़ियों को लगी, इसलिए तकनीकी खामियों की संभावना बढ़ गई है। लोक सुरक्षा और पर्यटकों की सुविधा दोनों ही चिंता का विषय हैं। ऐसे में ये देखना अहम होगा कि जू प्रबंधन भविष्य में ऐसी घटना की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाता है।

महेंद्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क, मोहाली
(जिसे आमतौर पर छतबीड़ जू के नाम से जाना जाता है)

  • स्थापना : पंजाब का प्रमुख पर्यटन केंद्र
  • क्षेत्रफल : लगभग 200 हेक्टेयर (करीब 500 एकड़)
  • जानवरों की संख्या :
  • लगभग 369 स्तनधारी (Mammals)
  • लगभग 400 पक्षी (Birds)
  • कई सरीसृप (Reptiles)

मुख्य आकर्षण 

  • शेर, बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, हिरण, मगरमच्छ आदि
  • भारत की सबसे लंबी वॉक-इन एवियरी
    (लगभग 300 मीटर लंबी, 32 पक्षी प्रजातियाँ)
  • लायन सफारी और डीयर सफारी की सुविधा
  • प्राकृतिक माहौल से मिलता-जुलता ओपन एन्क्लोजर डिजाइन

पर्यटक संख्या 

  • औसतन 1,500–2,000 विजिटर दैनिक
  • छुट्टियों में संख्या कई गुना बढ़ जाती है
  • वर्ष 2016-17 में लगभग 6.9 लाख विजिटर आए

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