केजरीवाल ने दलित छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया : देवेन्द्र यादव
Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली में सत्ता के दौरान आम आदमी पार्टी ने जमकर भ्रष्टाचार किया। उन्होंने कहा कि कैग रिपोर्ट में यह साबित हो चुका है कि किस तरह से आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की जनता की कमाई की खुली लूट की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जननी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार द्वारा दलितों का हक मारकर 145 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सिफारिश पर उपराज्यपाल द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो से जांच कराना नाकाफी है, क्योंकि पिछली सरकार के कई अन्य भ्रष्टाचार के मामलों की जांच एसीबी कर रही जिसके तहत दोषी करार होने के बावजूद अभी तक ठोस कार्यवाही नही हुई है। यादव ने यह भी मांग की 145 करोड़ के गबन की राशि आम आदमी पार्टी और कोचिंग माफिया से वसूली जाए।
केजरीवाल ने दलित छात्रों का हक लूटा
केजरीवाल ने झाडू का चुनाव चिन्ह और डॉ. अम्बेडकर की फोटो लगाकर दलित छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दलित छात्रों को यूपीएससी, नीट, क्लेट, एसएससी की मुफ्त कोचिंग देने की जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना 2018 में शुरू की थी और आखिर क्या कारण रहे कि उसे 2022 में बंद दिया गया, इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जुलाई 2021 से अगस्त 2022 के दौरान 13 हजार छात्रों की यूपीएसी कोचिंग का 145 करोड़ के बिल में गंभीर भ्रष्टाचार छिपा हुआ है।
35 कोचिंग सेन्टरों द्वारा बिल की जांच में 10 हजार ऐसे छात्र है जिनका कोई रिकॉर्ड ही नही है। केजरीवाल मंत्रीमंडल के साथ कोचिंग सेन्टर भी इस 145 करोड़ के भ्रष्टाचार में शामिल हैं, क्योंकि इनके पास 100 छात्रों तक का सही रिकॉर्ड नही दे सके हैं। देवेन्द्र यादव ने कहा कि कोविड काल में 15 करोड़ के बजट का प्रावधान था जबकि कोचिंग संस्थानों द्वारा 145 करोड़ के बिल पूरी तरह भ्रष्टाचार की मिलीभगत को दशार्ता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में 4900, 2019 में 2071 दलित छात्रों को कोचिंग और 2021-22 में 13000 छात्रों को कोचिंग का रिकार्ड है।