आपकी बातें सुनता है गूगल का एन्ड्रॉइड आॅपरेटिंग सिस्टम, कोर्ट में हुआ साबित
Google (आज समाज) नई दिल्ली: कैलिफोर्निया कोर्ट ने गूगल पर 2600 करोड़ का जुर्माना लगाया है। गूगल पर अमेरिका में चल रहे एक कोर्ट केस में यह बात साबित हो गई है कि गूगल का एन्ड्रॉइड आॅपरेटिंग सिस्टम चुपके से आपकी बातें सुनता रहता है। यह उस समय भी आपकी बातें सुन रहा होता है जब आप फोन इस्तेमाल नहीं कर रहे होते हैं। अब इसी मामले को लेकिर अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक कोर्ट ने गूगल पर 314.6 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,600 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने इसे हर्जाने के तौर पर चुकाने का आदेश दिया है।
यह फैसला एक क्लास-एक्शन मुकदमे में आया, जिसमें आरोप था कि एन्ड्रॉइड फोन बिना यूज किए भी यूजर्स का डेटा गूगल को भेजते थे। वहीं गूगल ने इस फैसले को गलतफहमी बताया है। कंपनी का कहना है कि ये सेवाएं एन्ड्रॉइड डिवाइसेज की सुरक्षा और परफॉर्मेंस के लिए जरूरी हैं। कंपनी ने यह भी कहा कि यूजर्स ने डेटा ट्रांसफर के लिए पहले से सहमति दी थी। अब गूगल इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है।
फोन इस्तेमाल नहीं होने पर भी डेटा करता है इकट्ठा
यह मुकदमा साल 2019 में दायर किया गया था, जिसमें कैलिफोर्निया के करीब 1.4 करोड़ एन्ड्रॉइड यूजर्स को शामिल किया गया। इनका आरोप था कि गूगल का एन्ड्रॉइड सिस्टम तब भी डेटा इकट्ठा करता और भेजता रहा, जब फोन इस्तेमाल नहीं हो रहे थे।
टारगेटेड विज्ञापनों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था डेटा
प्लांटिफ्स ने कहा कि यह डेटा मोबाइल नेटवर्क के जरिए भेजा गया, जिससे यूजर्स का डाटा प्लान भी खर्च होता रहा, जबकि उन्होंने इसके लिए कोई अनुमति नहीं दी थी। यह डेटा मुख्य रूप से टारगेटेड विज्ञापनों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। ज्यूरी ने यूजर्स के पक्ष में फैसला सुनाया और गूगल को 314.6 मिलियन डॉलर का हजार्ना देने का आदेश दिया।