Weather Update Today : वायु प्रदूषण से जूझ रहे उत्तर भारत के लिए बुरी खबर

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Weather Update Today : वायु प्रदूषण से जूझ रहे उत्तर भारत के लिए बुरी खबर
Weather Update Today : वायु प्रदूषण से जूझ रहे उत्तर भारत के लिए बुरी खबर

इथियोपिया ज्वालामुखी की राख बढ़ाएगी दिल्ली सहित कई राज्यों में प्रदूषण, आज रात तक उत्तर भारत के राज्यों में पहुंचने की संभावना

Weather Update Today (आज समाज), नई दिल्ली : पिछले कुछ माह से लगातार वायु प्रदूषण से जूझ रहे दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए मौसम विभाग ने एक बुरी सूचना साझा की है। दरअसल आज रात से इन राज्यों में प्रदूषण का स्तर कुछ बढ़ सकता है। हालांकि इसके पीछे कोई स्थानीय कारक जिम्मेदार नहीं है बल्कि यह प्रदूषण इथियोपिया में हुए शक्तिशाली ज्वालामुखी विस्फोट के चलते होने जा रहा है।

मौसम विभाग ने जो जानकारी साझा की है उसके अनुसार ज्वालामुखी से उठी राख तेजी से भारत की तरफ बढ़ रही है। राख का यह विशाल गुबार आज रात करीब 10 बजे तक पश्चिमी भारत में पहुंच सकती है। इसके बाद यह राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में फैल सकती है। इससे आसमान में धुंधलापन बढ़ने और दृश्यता पर असर पड़ने की आशंका है।

10 हजार साल बाद हो रही ऐसी घटना

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राख का यह बादल 15,000 से 45,000 फीट की ऊंचाई पर तेज गति से यात्रा कर रहा है। इसमें ज्वालामुखीय राख, सल्फर डाइआॅक्साइड, और कांच व चट्टान के सूक्ष्म कण शामिल हैं, जो आकाश को सामान्य से अधिक गहरा और धुंधला बना सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 10 हजार साल के बाद इथियोपिया में ऐसा ज्वालामुखी विस्फोट हुआ है। टूलूज एडवाइजरी सेंटर की तरफ से जारी बयान के मुताबिक विस्फोट के बाद राख का गुबार उत्तरी भारत की ओर बढ़ रहा है।

इस कारण दृश्यता बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है। इथियोपिया के एर्टा एले पर्वतमाला में इस ज्वालामुखी का आखिरी विस्फोट लगभग 10 से 12 हजार साल पहले हुआ था। राख और धुएं का गुबार लाल सागर से होते हुए ओमान और यमन की ओर भी बढ़ा। इसके बाद धुएं का गुबार पूर्वी दिशा की ओर बढ़ गया।

हवाई यातायात पर पड़ सकता है असर

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि राख का यह गुबार हवाई मार्गों को प्रभावित कर सकता है, जिससे उड़ानों में देरी, हवाई यात्रा का समय बढ़ना, कुछ मार्गों में बदलाव जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों ने कहा गुजरात के पश्चिमी हिस्से में राख का बादल प्रवेश करने वाला है। इसके बाद यह राजस्थान, उत्तर-पश्चिम महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की ओर बढ़ेगा। आगे चलकर यह हिमालयी क्षेत्रों को भी प्रभावित करेगा।