Amit Shah Pune Visit, (आज समाज), पुणे: केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परिसर को मराठा साम्राज्य के योद्धा पेशवा बाजीराव (Peshwa Bajirao) के स्मारक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान बताया है। उन्होंने आज यहां एनडीए परिसर में पेशवा बाजीराव की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण किया और कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, एनडीए उनके स्मारक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है क्योंकि यह वह अकादमी है जहां सैन्य नेतृत्व को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
पेशवा बाजीराव ने लिखा एक अमर इतिहास
केंद्रीय ग्रह मंत्री ने कहा, अगर शिवाजी महाराज द्वारा शुरू की गई और पेशवाओं द्वारा 100 साल तक आगे बढ़ाई गई आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी गई होती, तो भारत का मूल ढांचा अस्तित्व में नहीं होता। उन्होंने कहा, अपने 40 साल के जीवन में पेशवा बाजीराव (Peshwa Bajirao) ने एक अमर इतिहास लिखा, जिसे कोई दूसरा व्यक्ति नहीं लिख सकता। 19 वर्ष की आयु में मराठा राज्य के ‘पेशवा’ या प्रधानमंत्री बने बाजीराव को मध्य और उत्तरी भारत में मराठा शासन के विस्तार का श्रेय दिया जाता है।
देश की रक्षा के लिए भारत के सशस्त्र बल और नेतृत्व प्रतिबद्ध
अमित शाह ने यह भी कहा , जब भी मेरे मन में नकारात्मक विचार आते हैं, तो मैं आमतौर पर ‘बाल’ (युवा) शिवाजी और पेशवा बाजीराव के बारे में सोचता हूं, यह सोचकर कि वे प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच ‘स्वराज’ (स्व-शासन या संप्रभु राज्य) स्थापित करने में सक्षम थे। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, भारत के सशस्त्र बल और नेतृत्व भी ‘स्वराज’ या देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह बहुत अच्छे से प्रदर्शित हुआ।
स्वराज की रक्षा करने की जिम्मेदारी अब 140 करोड़ भारतीयों की
अमित शाह ने कहा कि स्वराज की रक्षा करने की जिम्मेदारी अब 140 करोड़ भारतीयों की है। उन्होंने कहा, जब स्वराज की स्थापना के लिए लड़ाई लड़ने का समय आया, तो हमने ऐसा किया। जब स्वराज की रक्षा के लिए लड़ाई की आवश्यकता होगी, तो हमारी सेना और नेतृत्व निश्चित रूप से इसका प्रदर्शन करेंगे, और ऑपरेशन सिंदूर इसका सबसे अच्छा उदाहरण था। कार्यक्रम के बाद शाह ने एनडीए के कैडेटों से भी बातचीत की।
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