Ambala News : गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धा का जनसैलाब, हजारों की संख्या में संगत हुई नतमस्तक

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On the second day, a huge crowd of devotees gathered at Gurdwara Panjokhra Sahib, thousands of devotees bowed down
गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब।
  • आज आखिरी दिन सुबह श्री अखंड पाठ साहिब की संपूर्णता के साथ शाम 4 बजे तक सजाए जाएंगे दीवान
  • गांव केसरी से संगत पैदल पंजोखरा साहिब दर्शनों के लिए पहुंची

(Ambala News) अंबाला । गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में तीन दिवसीय समागम के दूसरे दिन सुबह से ही दीवान सजने शुरू हो गए और संगत ने गुरुघर में माथा टेकने के लिए पहुंचना आरंभ कर दिया। गुरुघर को सुंदर फूलों से सजाया गया और गुरुद्वारा साहिब जाने वाले रास्ते पर जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए और लंगर लगाए गए। वहीं गुरुद्वारा साहिब में भी हजारों की संख्या में संगत दर्शनों के लिए दूर-दूर से पहुंची। शुक्रवार सुबह केसरी से सैकड़ों की संख्या में संगत गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब समागम में दर्शन करने के लिए पहुंंची। संगत को जगह-जगह पर स्वागत किया गया। अंबाला छावनी फ्लाईओवर के नीचे संगत के स्वागत के लिए विशेष प्रबंध किया गया।

दूसरे दिन के समागमों में ज्ञानी भगत सिंह गुरदासपुर, ज्ञानी गुरमीत सिंह असंध व ज्ञानी साहिब सिंह नन्यौला वालों का कविशरी जत्था, ज्ञानी मलकीत सिंह बीए, ज्ञानी लखविंंदर सिंह पारस, ज्ञानी गरजा सिंह मानकपुर, ज्ञानी गुरदेव सिंह कोना, ज्ञानी गुरमेल सिंह कलेर, ज्ञानी अमर सिंह अणखी, ज्ञानी जसवंत सिंह बड़ाना, ज्ञानी सुखजिंदर सिंह नूर, ज्ञानी अमरजीत सिंह खालसा, ज्ञानी सुखजीत सिंह सजन, ज्ञानी मलकीत सिंह बुंगा टिब्बी व ज्ञानी गुरबाज सिंह खालसा के ढाडी जत्था ने संगत को इतिहास से निहाल करवाया।

वहीं रात के दीवान में ज्ञानी बचितर सिंह लुधियाना वाले (कथावाचक), सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह जी हैड ग्रंथी श्री दरबार साहिब अमृतसर, ज्ञानी सुरिंद्रपाल सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, ज्ञानी करमजीत सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, ज्ञानी दविंदर सिंह बटाला हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, ज्ञानी अरविंदर सिंह चंडीगढ़ वाले संगत को कथा कीर्तन से निहाल करेंगे। रैन सबाई कीर्तन रात 11 से 2 बजे तक होगा।

आज गुरुपर्व पर शाम 4 बजे तक होंगे समागम

19 जुलाई को सुबह 9 बजे अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत शाम 4 बजे तक दीवान सजाए जाएंगे। जिसमें संत हरी सिंह रंधावे वाले कथावाचक, ज्ञानी शौकीन सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, ज्ञानी भगत सिंह कविशरी गुरदासपुरी, ज्ञानी मिल्खा सिंह मौजी तरनतारन वालें संगत को कथा कीर्तन से निहाल करेंगे। वहीं सुबह 11 बजे अमृत संचार होगा। स्टेज की सेवा हेडग्रंथी बाबा बूटा सिंह करेंगे। इस समागम के आयोजन में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी, स्टाफ गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब व संगत का विशेष सहयोग है।