Punjab Breaking News : बाढ़ प्रभावित सभी लोग अपने घर लौटे : मुंडियां

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Punjab Breaking News : बाढ़ प्रभावित सभी लोग अपने घर लौटे : मुंडियां
Punjab Breaking News : बाढ़ प्रभावित सभी लोग अपने घर लौटे : मुंडियां

लोगों के लौटने के बाद सरकार ने सभी राहत कैंप किए बंद

Punjab Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब में पिछले दिनों आई भयंकर बाढ़ के चलते हजारों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए थे। वहीं बहुत बड़ी संख्या में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाव टीमों ने सुरक्षित निकालकर कैंपों में पहुंचाया था। अब पंजाब से बाढ़ का पानी निकल चुका है और सभी लोग अपने घरों में वापस जा चुके हैं। यह जानकारी देते हुए पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति स्थिर होने के साथ ही सभी राहत कैंप अब बंद कर दिए गए हैं क्योंकि इन कैंपों में रह रहे सभी प्रभावित लोग अपने घरों को लौट चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक राहत सामग्री की आपूर्ति लगातार जारी रहेगी।

प्रदेश में खोले गए थे 219 राहत कैंप

राजस्व मंत्री ने बताया कि पंजाब भर में बाढ़ के चरम दौर के दौरान कुल 219 राहत कैंप खोले गए थे, जिनमें समय-समय पर 8,270 प्रभावित लोगों ने ठहराव किया। उन्होंने कहा कि हालात में सुधार के साथ ही कैंपों की संख्या घटती रही। आज एक भी कैंप सक्रिय नहीं है और सभी प्रभावित परिवार अपने गांवों और घरों को लौट चुके हैं।

23,340 लोगों को बाढ़ से बाहर निकाला

बाढ़ के दौरान शुरू किए गए राहत कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 1 अगस्त से अब तक लगभग 23,340 प्रभावित लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने कहा कि विभिन्न जिÞलों के प्रशासन ने कैंपों में अस्थायी आवास, भोजन, दवाइयां और आवश्यक सेवाओं के साथ-साथ बाढ़ के बाद मलबा हटाने, मृत पशुओं का निपटान, सीवरेज की सफाई और नुकसानी गयी सार्वजनिक संपत्तियों की मरम्मत सहित विभिन्न सैनिटेशन उपाय सुनिश्चित किए।

22 जिलों के 2555 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि 22 जिले और 2,555 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए, जिससे 3,89,445 लोग प्रभावित हुए। उल्लेखनीय है कि बाढ़ के कारण 57 लोगों की जान गई और 4 व्यक्तियों का कोई पता नहीं चला। इसके साथ ही 1,99,926.2 हेक्टेयर फसल क्षेत्र का नुकसान हुआ, जबकि बुनियादी ढांचे और पशुओं के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, जल सेना की टीमें और बीएसएफ टीमों को नावों और मानवबल के साथ सेवा में लगाया गया। इसके साथ ही विभिन्न जिलों के प्रशासन ने पीने के पानी, भोजन के पैकेट और चिकित्सीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की, जबकि पशुओं की देखभाल के लिए वैटेरनरी टीमें तैनात की गईं थीं।

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