अग्रोहा-बरवाला रोड पर गांव नंगथला के पास हुआ हादसा
Hisar News (आज समाज) हिसार: हरियाणा के हिसार में गत देर रात एक भीषण सड़क हादसे में 4 युवकों की मौत हो गई। हादसा अग्रोहा-बरवाला रोड पर गांव नंगथला के पास हुआ। यहां पर क्रेटा कार और ट्रक की आमने-सामने से टक्कर हो गई। हादसे में के्रटा सवार चारों युवकों की मौत हो गई। तीन मृतकों की पहचान राममेहर पूनिया (27), प्रवीण भादू (28) और रविंद्र शर्मा (24) के रूप में हुई है। ये सभी अग्रोहा के किरोड़ी गांव के रहने वाले थे।
वहीं, चौथा मृतक राजू है जो राममेहर की पत्नी का भाई था। वह राजली गांव का रहने वाला था और बहन की कोथली लेकर आया था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि क्रेटा कार पूरी तरह टूट गई और चारों शव उसी में बुरी तरह फंस गए। इन्हें लोगों ने दरवाजे काटकर बाहर निकाला।
कार के दरवाजे काटकर निकाले शव
पुलिस के अनुसार, किरोड़ी गांव से 4 युवक एक क्रेटा कार में सवार होकर अग्रोहा की ओर जा रहे थे। जब उनकी गाड़ी रात करीब 1 बजे नंगथला के पास पहुंची तो सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। दुर्घटना के बाद मौके पर लोग जमा हो गए। उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी।
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो गाड़ी से शवों को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन शव कार में बुरी तरह फंसे हुए थे। पहले गाड़ी के दरवाजों को काटकर अलग किया गया। इसके बाद गाड़ी में फंसे शवों को निकाला गया।
मृतकों की जेब से मिले आधार कार्डों से हुई पहचान
इसके बाद पुलिस ने सभी शवों को पुलिस ने अग्रोहा के मेडिकल कॉलेज भेजा। वहां डॉक्टर ने चारों युवकों की मौत की पुष्टि की। शवों की जेब से उनके आधार कार्ड मिले हैं, जिनके आधार पर उनकी पहचान की गई। साथ ही उनके परिजनों को भी मामले की सूचना दे दी गई है।
तीन युवक एक ही गांव के, चौथा बहन की कोथली देने आया था
युवकों के एक दोस्त तेजा पूनिया ने बताया है कि किरोड़ी गांव के रहने वाले राममेहर पूनिया का साला राजू अपनी बहन की कोथली लेकर राजली गांव से किरोड़ी आया हुआ था। उसी के साथ ये तीनों कार लेकर कहीं गए थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ।
तेजा ने बताया है कि सभी मृतक सामान्य परिवार से हैं। इनमें प्रवीण भादू की शादी नहीं हुई थी, जबकि बाकी सभी युवक शादीशुदा थे। राममेहर की पत्नी के भाई राजू की 2 साल पहले शादी हुई थी। करीब 5 महीने पहले वह एक बेटी का पिता बना था।
अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था राजू
तेजा ने यह भी बताया है कि राजू अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। अब उसके घर में उसकी पत्नी, बेटी और माता-पिता ही बचे हैं। इसके अलावा ये सभी युवक बेरोजगार थे और नौकरी की तलाश कर रहे थे।
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