मंत्री की गाड़ी को एस्कॉर्ट करने के बाद निजी काम से भिवानी गया था पीसीआर स्टाफ, गाड़ी एक्सीडेंट होने पर बोला झूठ
Hisar News (आज समाज) हिसार: हरियाणा के हिसार में एसपी ने एक सब इंस्पेक्टर सहित 3 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल पुलिस कर्मी लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा के काफिले को एस्कॉर्ट करने के बाद निजी काम से भिवानी चले गए थे। रात में लौटते वक्त उनकी गाड़ी एक्सीडेंट हो गया था। पुलिस कर्मियों ने मंत्री के काफिले से लौटने का बहाना बना दिया। जबकि मंत्री का काफिला 4 घंटे पहले घर पहुंच चुका था।
जब मामला मीडिया में आया तो मंत्री की तरफ से इसको लेकर एतराज जताया गया, जिसके बाद हांसी एसपी ने खुद मामले की जांच की। जिसके बाद अब तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा पुलिस की गाड़ी को ठीक कराने में जितना भी खर्चा आएगा, वह भी इन्हीं तीनों पुलिसकर्मियों से वसूला जाएगा।
रेवाड़ी से हिसार लौट रहे थे मंत्री
हांसी के एसपी यशवर्धन ने बताया कि मंत्री रणबीर गंगवा गुरुवार रात को रेवाड़ी में प्रजापति समाज के लोगों को भिवानी में होने वाले महाराजा दक्ष प्रजापति जयंती के राज्यस्तरीय समारोह का न्योता दे लौट रहे थे। मंत्री का काफिला नेशनल हाईवे 152डी से होते हुए हिसार आ रहा था। उनके काफिले को एस्कॉर्ट करने के लिए पीसीआर-2 की गाड़ी भेजी गई थी। जिस पर सब इंस्पेक्टर राजकुमार, कांस्टेबल विजय और एसपीओ धर्मपाल की ड्यूटी थी।
मंत्री को छोड़ने के बाद, हांसी के एरिया में करनी थी ड्यूटी
मंत्री को एस्कॉर्ट करते हुए टीम ने उनके काफिले को गुरुवार रात 10:23 बजे रामायण टोल प्लाजा पर छोड़ दिया। इसके बाद उनकी ड्यूटी शहर थाना हांसी के एरिया में थी। आदेश के मुताबिक इन्हें उसी वक्त वापस लौटकर इस एरिया में ड्यूटी करनी थी। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया। वह निजी काम से भिवानी के मुंढाल गांव चले गए।
ट्रक से टकराई थी पीसीआर
जब वे वापस लौट रहे थे तो गढ़ी गांव के पास उनकी गाड़ी ट्रक से टकरा गई। यह हादसा रात करीब 2 बजे हुआ। इससे स्पष्ट हो गया कि पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी में लापरवाही बरती। हादसे में सब इंस्पेक्टर राजकुमार और कांस्टेबल विजय और एसपीओ धर्मपाल घायल हो गए थे।
मीडिया के सामने मामला आने पर हुआ खुलासा
जैसे ही मंत्री के काफिले से लौटते वक्त एक्सीडेंट की बात मीडिया के सामने आई तो मंत्री रणबीर गंगवा की तरफ से हादसे को उनके काफिले से जोड़ने पर एतराज जताया गया। पीए अरुण कुमार ने कि पुलिस की पायलट गाड़ी ने रात 9.55 बजे हमें रामायण टोल प्लाजा पर छोड़ दिया था।
10.20 बजे घर पहुंच गए थे मंत्री, रात 2 बजे हुए एक्सीडेंट
मंत्री रात 10.20 बजे घर पहुंच गए थे। मगर, पुलिस की गाड़ी का एक्सीडेंट रात 2 बजे हुआ। पुलिस इस मामले में जरूर कुछ छुपा रही है। इसके बाद हांसी के एसपी यशवर्धन ने कहा कि पुलिस वालों के बयान डाउटफुल हैं। उन्होंने खुद इसकी जांच की और तीनों पर कार्रवाई कर दी।
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