UPI New Alert : अब बिना पिन डाले FaceID से होगी UPI पेमेंट , होगा बड़ा बदलाव

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UPI New Alert : अब बिना पिन डाले FaceID से होगी UPI पेमेंट , होगा बड़ा बदलाव
UPI New Alert : अब बिना पिन डाले FaceID से होगी UPI पेमेंट , होगा बड़ा बदलाव

UPI New Alert : UPI जिसका प्रयोग आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति करता है। NPCI द्वारा भी समय समय UPI से सम्भंदित अपडेट जारी करती है। ताकि किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सके। हाल ही में NPCI नया बदलाव करने जा रही है जिसमे आप पिन की बजाय अपने चेहरे या फ़िंगरप्रिंट के ज़रिए UPI पेमेंट पूरा कर पाएँगे।फ़ोन के FaceID के ज़रिए चेहरे की पहचान और फ़िंगरप्रिंट सेंसर के ज़रिए फ़िंगरप्रिंट की पुष्टि की जाएगी। जिससे लेनदेन और भी अधिक तेजी होगी।

आपको बता दें कि कई स्मार्टफ़ोन में चेहरा दिखाकर फ़ोन अनलॉक करने का विकल्प होता है, लेकिन इसमें बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल नहीं होता। ऐसे में UPI पेमेंट पूरा करने के लिए फ़ोन के उन सेंसर्स का इस्तेमाल किया जाएगा जो बायोमेट्रिक डेटा को वेरिफाई कर सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

पिन पता चलना किसी के लिए भी खतरनाक

अभी तक UPI पेमेंट करने के लिए यूज़र को 4 अंकों का पिन इस्तेमाल करना पड़ता है। यह पिन तब सेट होता है जब यूज़र अपने बैंक खाते से UPI ID बनाता है। यूपीआई भुगतान के लिए पिन का इस्तेमाल करना वैसे तो एक सुरक्षित तरीका है, लेकिन अगर किसी को आपका पिन पता चल जाए, तो यह किसी के लिए भी खतरनाक हो सकता है। कई बार ऐसा हुआ है कि किसी का यूपीआई पिन पता करके उसका बैंक बैलेंस साफ़ कर दिया गया हो।

ऐसे में, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के ज़रिए भुगतान को मंज़ूरी देने से यूपीआई भुगतान की सुरक्षा और भी बढ़ जाएगी। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एनपीसीआई यूपीआई भुगतान के लिए पिन को एक विकल्प के रूप में रखने पर विचार कर रहा है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

इस बदलाव के बारे में बात करते हुए, कैशफ्री पेमेंट्स के सीईओ आकाश सिन्हा कहते हैं, “पिन डालने की ज़रूरत खत्म होने से लेन-देन तेज़ हो जाएँगे। इससे चेकआउट के समय समय की बचत होगी और हर लेन-देन सिर्फ़ डिवाइस से नहीं, बल्कि व्यक्ति से भी जुड़ा होगा।” विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस बदलाव से ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।

ऐसा इसलिए क्योंकि किसी का पिन पता करना या उसकी नकल करना तो संभव है, लेकिन किसी के फिंगरप्रिंट या चेहरे के स्कैन की नकल करना नामुमकिन है। प्लूटोस वन के संस्थापक रोहित महाजन इस बदलाव के बारे में कहते हैं, “पिन याद रखने का झंझट नहीं रहेगा। इससे बुज़ुर्गों और ग्रामीण इलाकों के उन लोगों को फ़ायदा होगा जो डिजिटल रूप से कम साक्षर हैं। अब उन्हें सुरक्षित और आसान तरीके से लेन-देन करने का मौका मिलेगा।”

यूज़र की सहमति और मज़बूत तकनीकी व्यवस्था की ज़रूरत

इस बदलाव को लागू करने के बाद आने वाली चुनौतियों के बारे में बात करते हुए, राहुल कहते हैं कि इसके लिए डेटा प्राइवेसी, यूज़र की सहमति और मज़बूत तकनीकी व्यवस्था की ज़रूरत होगी। जून 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, UPI लेन-देन की संख्या 18.39 अरब तक पहुँच गई है और कुल मूल्य 24.03 लाख करोड़ रुपये है। भविष्य में जैसे-जैसे इसका दायरा बढ़ेगा, बायोमेट्रिक तरीकों के इस्तेमाल से UPI भुगतान की सुविधा और बेहतर होगी।

आपको क्या करना होगा?

फ़िलहाल, यूज़र को इसके लिए कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है। आप UPI भुगतान का इस्तेमाल उसी तरह कर पाएँगे जैसे अब तक करते आए हैं। जैसे ही NPCI यह अपडेट लाएगा, हम इसके इस्तेमाल और सेटअप के बारे में जानकारी देंगे।

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