Rajnath Singh on India Security : आज हमें साइबर हमलों और सूचना युद्ध का खतरा : रक्षा मंत्री

0
108
Rajnath Singh on India Security : आज हमें साइबर हमलों और सूचना युद्ध का खतरा : रक्षा मंत्री
Rajnath Singh on India Security : आज हमें साइबर हमलों और सूचना युद्ध का खतरा : रक्षा मंत्री

कहा, भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए सेना के तीनों अंगों को बेहतर तालमेल और एक समान प्रणाली की जरूरत

Rajnath Singh on India Security (आज समाज), नई दिल्ली : देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज के समय में हमें साइबर हमलों और सूचना युद्ध का खतरा है, इसलिए हमें इनके लिए मानक तय करने होंगे। उन्होंने आगे कहा, जब हम मानक तय करने की बात करते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि सेनाओं की अपनी पहचान खत्म हो जाएगी। हम हर सेना पर एक जैसा तरीका नहीं थोप सकते। हमें ऐसी प्रणाली बनानी होगी जो तीनों सेनाओं के काम को एकसाथ जोड़े। वे दिल्ली में आयोजित त्रि-सेवा संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय इस दिशा में हरसंभव सहयोग करेगा।

एक-दूसरे से जुड़ी होनी चाहिए प्रणाली

राजनाथ सिंह ने कहा, हमारी सेनाओं ने वर्षों के अनुभव से अपनी आॅडिट प्रणाली विकसित की हैं। लेकिन आज के एकीकृत अभियानों के दौर में जरूरी है कि ये प्रणाली एक-दूसरे जुड़ी हों। अगर हर सेना अलग-अलग काम करेगी, तो फैसला लेना मुश्किल हो सकता है। एकीकृत प्रणाली से सेनाओं का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। मुझे भरोसा है कि इस पर गंभीर चर्चा होगी और रक्षा मंत्रालय पूरा सहयोग करेगा। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि देश को इस दिशा में लगातार काम करने की जरूरत है, ताकि एक ऐसी आधुनिक और सक्षम प्रणाली तैयार की जा सके जो सभी सेवाओं के लिए उपयोगी हो।

भविष्य में परमाणु और जैविक खतरों के लिए तैयार रहना होगा : सीडीएस

सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि हमें भविष्य में परमाणु और जैविक खतरों के खिलाफ तैयार रहना होगा। नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में सैन्य नर्सिंग सेवा के 100वें स्थापना दिवस के अवसर पर दिए अपने संबोधन में सीडीएस चौहान ने कहा कि आज के डेटा-केंद्रित युद्ध के युग में, जहां सूचना तक पहुंच, दुश्मन को हम पर बढ़त दिला सकती है, वहां चिकित्सा डेटा की भूमिका भी बेहद अहम है।

सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि भारतीय डीएनए बेहद खास है। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली अलग-अलग वातावरण या संक्रमणों के प्रति अलग-अलग प्रतिक्रिया करती है। ऐसे में व्यक्तिगत चिकित्सा डेटा की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है और इसमें केस हिस्ट्री, रिपोर्ट और चिकित्सा स्वास्थ्य रिकॉर्ड आदि शामिल हैं। परिचालन डेटा, स्वास्थ्य पैटर्न से संबंधित तैनाती, निकासी योजनाओं को भी लीक से सुरक्षित रखने की जरूरत है। हालांकि डेटा सुरक्षा और डेटा संरक्षण सीधे तौर पर एमएनएस (मिलिट्री नर्सिंग सर्विस) की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन आपको इन सभी प्रकार की चुनौतियों के बारे में पता होना चाहिए।

ये भी पढ़ें : Bareilly riot case : तो इसलिए बरेली को दंगे की आग में जलाना चाहता था तौकीर रजा