बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन, सबसे छोटा टारगेट हासिल नहीं कर पाए
Ind vs SA Test Series (आज समाज), खेल डेस्क : विश्व टेस्ट विजेता साउथ अफ्रीका ने दो मैच की सीरीज के पहले ही मैच में मेजबान भारत को मात्र ढाई दिन में हराकर एक बार फिर से टेस्ट क्रिकेट में अपनी सर्वोच्चता साबित कर दी। इस टेस्ट मैच में आठ बल्लेबाजों के साथ मैदान में उतरी टीम इंडिया मात्र 124 रन का टारगेट भी हासिल नहीं कर सकी और तीसरे दिन के मात्र तीन घंटे के खेल के अंदर ही 93 रन पर आउट हो गई।
इसके साथ ही टीम अपने ही जाल में फंस गई। आपको बता दें कि सीरीज शुरू होने से पहले भारतीय टीम ने र्टनिंग पिच की डिमांड की थी ताकि मेहमान टीम को स्पिन के जाल में फंसाया जा सके। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के स्पिन और तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को उसके ही बुने जाल में फंसा दिया।
डब्ल्यूटीसी प्वांइट टेबल में होगा नुकसान
इस शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप रेटिंग में जंहा प्वाइंट टेबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा वहीं टीम के इस खराब प्रदर्शन के बाद टीम प्रबंधन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। भारतीय टीम के बल्लेबाज मैच की दोनों ही पारियों में खराब शॉट का शिकार हुए। जिसका परिणाम यह रहा कि यह भारत की ओर से टारगेट का पीछा करते हुए ऐसा दूसरा सबसे छोटा स्कोर था, जिसे टीम इंडिया हासिल नहीं कर सकी। इससे पहले साल 1997 में भारत को ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 120 रन का टारगेट मिला था, लेकिन टीम इंडिया उस मुकाबले को जीत नहीं सकी।
घरेलू मैदान पर सबसे छोटा टारगेट नहीं कर पाए हासिल
124 रन घरेलू मैदान पर सबसे छोटा टारगेट है, जिसे टीम इंडिया हासिल नहीं कर पाई और हार गई। 124 रनों का जवाब में भारतीय पारी सिर्फ 93 रनों पर ही सिमट गई। साउथ अफ्रीका के स्पिन गेंदबाजों के साथ ही पेस बॉलर्स ने कमाल का प्रदर्शन किया। पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया मुंबई में 147 रनों का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई थी और 25 रनों से मैच हार गई है। इन दोनों मैचों में भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर थे।


