भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है यह दिन
(आज समाज), नई दिल्ली: इंदिरा एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह व्रत पितृ पक्ष के दौरान आता है और भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ करने से पितरों को मोक्ष मिलता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इस दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाने से घर से दुख और दरिद्रता दूर होती है।
पंचांग गणना के आधार पर इस साल यह व्रत 17 सितंबर यानी की आज रखा जाएगा। वहीं, इस दिन कुछ विशेष जगहों पर दीपक जलाने से घर से दुख, दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, तो आइए उन प्रमुख स्थान को जानते हैं। तो आइए इस दिन से जुड़े कुछ अचूक उपाय के बारे में जानते हैं।
इंदिरा एकादशी पर करें ये उपाय
- तुलसी: तुलसी को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। इंदिरा एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी खुश होती हैं। इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है।
- पीपल: पीपल के पेड़ में देवताओं का वास माना जाता है। इस दिन शाम को पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाने से पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- घर के मुख्य द्वार पर: घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे में इंदिरा एकादशी पर घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
- मंदिर: इंदिरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित दीपक मंदिर में जलाएं। यह दीपक घर के मंदिर में या फिर किसी भी धार्मिक स्थल में जलाया जा सकता है। इससे व्रत का फल दोगुना बढ़ जाता है।
- पितरों के नाम से: इस दिन पितरों के नाम से एक दीपक घर की दक्षिण दिशा में जरूर जलाना चाहिए। यह दिशा पितरों की मानी जाती है। इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वे खुश होते हैं।
पितृ पूजन मंत्र
- ॐ श्री पितृभ्य: नम:
- देवताभ्य: पितृभ्यश्च महा योगिभ्य एव च।
- नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।।
ॐ पितृभ्य: स्वधायिभ्य: पितृगणाय च नम:। - ॐ वासुदेवाय विघ्माहे वैधयाराजाया धीमहि तन्नो धन्वन्तरी प्रचोदयात्।
- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे अमृता कलसा हस्थाया धीमहि तन्नो धन्वन्तरी प्रचोदयात्
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