One nation, One Election Panel First Meet: तमाम राजनीतिक दलों, विभिन्न राज्यों व चुनाव आयोग से लिए जाएंगे सुझाव

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One nation, One Election Panel First Meet
पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में नई दिल्ली स्थित जोधपुर हॉस्टल मेंआयोजित बैठक में मौजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, अर्जुन राम मेघवाल व समिति के सदस्य।

Aaj Samaj (आज समाज), One nation, One Election Panel First Meet, नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में शनिवार को एक राष्ट्र, एक चुनाव समिति की पहली आधिकारिक बैठक हुई। जोधपुर हॉस्टल में आयोजित बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, अर्जुन राम मेघवाल, समिति के सदस्य और राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद सहित अन्य लोग शामिल हुए। मीटिंग के दौरान राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करने और एक राष्ट्र, एक चुनाव के विचार पर उनके विचार जानने पर चर्चा की गई।

हितधारकों के सुझाव व विचार पर की चर्चा

एक सूत्र ने बताया कि समिति के सदस्यों ने यह भी निर्णय लिया कि यदि कोई भी राजनीतिक दल समिति को कोई सुझाव देना चाहता है तो उसे इसकी अनुमति होगी। सूत्र ने कहा कि समिति के सदस्यों ने भारतीय चुनाव आयोग और अन्य निकायों जैसे हितधारकों के सुझाव व विचार प्राप्त करने के लिए भी चर्चा की। सूत्र ने यह भी कहा कि बैठक के दौरान सदस्यों ने मुख्य रूप से इस बात पर भी चर्चा की कि समिति कैसे काम करेगी और एक राष्ट्र, एक चुनाव के विचार पर आम सहमति बनाने के लिए किन मुद्दों पर सभी के साथ विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है।

ये हैं आठ सदस्यीय पैनल का हिस्सा

सूत्र ने कहा कि पैनल ने इस बात पर भी चर्चा की कि एक साथ मतदान के लिए विभिन्न परिदृश्यों की जांच कैसे की जाए और त्रिशंकु विधानसभा या अविश्वास प्रस्ताव को अपनाने जैसी स्थितियों से कैसे निपटा जाएगा, इस पर सिफारिशें की जाएंगी। बता दें कि यह बैठक नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार द्वारा पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के बाद हुई है। कोविंद, आजाद और शाह के अलावा, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, 15वें वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन.के. सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी अन्य नाम हैं, जो आठ सदस्यीय पैनल का हिस्सा हैं।

पंचायत चुनाव भी साथ कराने पर किया जाएगा विचार

समिति न केवल लोकसभा और विधानसभा चुनाव, बल्कि नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव भी एक साथ कराने की व्यवहार्यता पर गौर करेगी। यदि त्रिशंकु सदन, अविश्वास प्रस्ताव, दलबदल या ऐसी कोई अन्य घटना होती है तो समिति एक साथ चुनाव से जुड़े संभावित समाधानों का विश्लेषण और सिफारिश करेगी। सरकार ने अधिसूचना में कहा कि राष्ट्रीय, राज्य, नागरिक निकाय और पंचायत चुनावों के लिए वैध मतदाताओं के लिए एक एकल मतदाता सूची और पहचान पत्र की खोज की जाएगी।

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