Mudra Yojana Update : योजना में किया गया बड़ा बदलाव ऋण सीमा की राशि बढ़कर हुई ₹20 लाख

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Mudra Yojana Update : योजना में किया गया बड़ा बदलाव, ऋण सीमा की राशि बढ़कर हुई ₹20 लाख
Mudra Yojana Update : योजना में किया गया बड़ा बदलाव, ऋण सीमा की राशि बढ़कर हुई ₹20 लाख

Mudra Yojana Update(आज समाज) : आजकल हर युवा अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना देखता है, लेकिन पैसों की कमी अक्सर इस राह में एक बड़ी बाधा बन जाती है। इसी समस्या के समाधान के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की है।

यह योजना छोटे व्यापारियों, स्व-रोज़गार करने वालों और नए उद्यमियों को बिना किसी गारंटी के ऋण प्रदान करती है। हाल ही में इस योजना में एक बड़ा बदलाव किया गया है, जिसका लाभ उन व्यापारियों को मिलेगा जो अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहते हैं।

ऋण तीन श्रेणियों में विभाजित

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋणों को तीन मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया गया है, ताकि हर प्रकार का व्यवसायी अपनी ज़रूरत के अनुसार ऋण ले सके:

  • शिशु: ₹50,000 तक का ऋण, जो छोटे और नए व्यवसायियों के लिए है।
  • किशोर: ₹50,000 से ₹5 लाख तक का ऋण, जो उनके व्यवसाय के विस्तार के लिए है।
  • तरुण: ₹5 लाख से ₹10 लाख तक का ऋण, जो व्यवसाय को बड़े पैमाने पर बढ़ाने के लिए है।

तरुण प्लस

हाल ही में, मोदी सरकार ने इस योजना में एक नया बदलाव किया है। अब, ‘तरुण प्लस’ नाम से एक नई श्रेणी जोड़ी गई है, जिसमें ऋण सीमा ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख कर दी गई है।

यह उन व्यवसायियों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जिन्होंने पहले ही ‘तरुण’ श्रेणी के तहत ऋण लिया है और उसे सफलतापूर्वक चुका दिया है। सरकार का दावा है कि इस योजना ने पिछले कुछ वर्षों में 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और उन्हें नए मध्यम वर्ग में शामिल किया है।

आवेदन प्रक्रिया और पात्रता मानदंड

मुद्रा योजना के लिए आवेदन करना काफी आसान है, और इसे सरकारी बैंकों, निजी बैंकों, एनबीएफसी और एमएफआई के माध्यम से किया जा सकता है।

  • कोई भी नया या मौजूदा व्यवसायी, खासकर वे जिन्होंने अपना पुराना ‘तरुण’ ऋण चुका दिया है, ‘तरुण प्लस’ ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • आप अपनी नज़दीकी बैंक शाखा या वित्तीय संस्थान में जाकर आवेदन कर सकते हैं।

दस्तावेज़

पहचान प्रमाण (जैसे आधार और पैन कार्ड), व्यवसाय विवरण और परियोजना रिपोर्ट (नए व्यवसायों के लिए) आवश्यक हैं।

योजना में ब्याज दर निश्चित नहीं

इस योजना में ब्याज दर निश्चित नहीं है, बल्कि यह बैंक की नीति, आपके सिबिल स्कोर और व्यावसायिक जोखिम पर निर्भर करती है। कई बैंक महिला उद्यमियों को ब्याज दर में 0.25% से 0.50% तक की छूट भी देते हैं। इसके अलावा, बैंक ऋण पर प्रोसेसिंग शुल्क भी ले सकते हैं, लेकिन यह बहुत कम होता है या इसमें छूट दी जाती है।

यह योजना न केवल छोटे व्यवसायों को बढ़ावा दे रही है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रही है, जिससे देश की आर्थिक प्रगति में मदद मिल रही है। यह उन सभी उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो आत्मनिर्भर बनने का सपना देखते हैं।

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