Lakshmi Mittal to leave Britain : ब्रिटेन छोड़कर दुबई बसेंगे लक्ष्मी मित्तल

0
81
Lakshmi Mittal to leave Britain : ब्रिटेन छोड़कर दुबई बसेंगे लक्ष्मी मित्तल
Lakshmi Mittal to leave Britain : ब्रिटेन छोड़कर दुबई बसेंगे लक्ष्मी मित्तल

ब्रिटेन को कहेंगे अलविदा, मित्तल ने अपनी टैक्स रेजिडेंसी स्विट्जरलैंड की शिफ्ट

Lakshmi Mittal to leave Britain (आज समाज), नई दिल्ली : ब्रिटेन के लिए अब उसकी नई कर व्यवस्था घातक साबित हो रही है। देश के बहुत सारे अरबपति या तो ब्रिटेन छोड़ चुके हैं या फिर छोड़ने की तैयारी में हैं। जो अमीर ब्रिटेन छोड़ने की तैयारी में हैं उनमें से एक नाम लक्ष्मी मित्तल का भी है। मित्तल देश छोड़ने वाले उन प्रमुख उद्यमियों में शामिल हैं, जिनका नाम द संडे टाइम्स ने हाल में प्रकाशित रिपोर्ट में दिया है। वार्षिक अमीर सूची के अनुसार मित्तल की अनुमानित संपत्ति 15.4 बिलियन पाउंड है और वे ब्रिटेन के आठवें सबसे अमीर उद्योगपति हैं।

लक्ष्मी मित्तल के फैसले से ब्रिटेन सरकार को लगा झटका

ब्रिटेन में लेबर सरकार की टैक्स नीतियों का असर अब साफ नजर आने लगा है। ब्रिटेन के व्यापार और वाणिज्य मंत्री पीटर काइल ने स्वीकार किया है कि देश के कुछ सबसे अमीर लोग, जिनमें भारतीय मूल के अरबपति स्टील उद्योगपति लक्ष्मी निवास मित्तल भी शामिल हैं ब्रिटेन छोड़ रहे हैं। काइल ने कहा कि शीर्ष अमीर वर्ग का देश छोड़ना चिंताजनक है। जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार मानती है कि लेबर पार्टी की कर व्यवस्था ही अति-धनवानों के पलायन का कारण है, तो उन्होंने जवाब दिया कि हां, मैं मानता हूं।

मैं इस तथ्य से मुंह नहीं मोड़ूंगा कि हमने कर बढ़ाए हैं और हमने गैर-निवासी लोगों के लिए कुछ रास्ते बंद कर दिए हैं। काइल से पूछा गया था कि सप्ताहांत में आई उस मीडिया रिपोर्ट पर उनकी क्या राय है, जिसमें दावा किया गया था कि मित्तल ने अपनी टैक्स रेजिडेंसी स्विट्जरलैंड में शिफ्ट कर ली है और जल्द ही वे दुबई जाने की योजना बना रहे हैं।

काइल ने दिया यह तर्क

काइल ने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति महसूस करता है कि उसे यूके छोड़ना पड़ेगा, ताकि वह आगे बढ़ सके, तो यह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि मुद्दा सिर्फ अरबपतियों का नहीं है। हम अभी उस दौर से निकले हैं, जब हजारों डॉक्टर देश छोड़कर चले गए। मैं नहीं चाहता कि हम सिर्फ अरबपतियों पर ध्यान दें, क्योंकि कई दूसरे लोग भी मजबूर होकर यूके छोड़ रहे हैं। काइल ने यह भी साफ किया कि समस्या सिर्फ टैक्स तक सीमित नहीं है। कई उद्यमी और स्टार्टअप फाउंडर अमेरिका चले गए, क्योंकि उन्हें यहां बढ़ने के लिए जरूरी फंडिंग नहीं मिली। हमने मार्केट को फिर से मजबूत करके इस तरह की मजबूरी को खत्म करने की दिशा में कदम उठाया है।

ये भी पढ़ें : US-China Trade Deal : चीन के साथ हमारे रिश्ते बहुत मजबूत : ट्रंप