प्रबंध निदेशक अदिति के नेतृत्व में करनाल सहकारी चीनी मिल ने किये नये कीर्तिमान स्थापित, किसानों को नहीं आने दी किसी प्रकार की कोई दिक्कत

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Karnal Cooperative Sugar Mill Set New Records
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प्रवीण वालिया, Karnal News:
करनाल सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र 2020-21 से पहले एचसीएस अधिकारी अदिति ने 5 अगस्त 2020 में प्रबंध निदेशक का कार्यभार संभाला। उस दौरान नए रिफाइंड चीनी मिल के विस्तारीकरण एवं आधुनिकीकरण का कार्य चल रहा था और इसके साथ ही कोविड-19 महामारी का प्रकोप भी चरम सीमा पर था तथा नए प्लांट लगाने का कार्य लगभग 20 प्रतिशत तक ही पूर्ण हुआ था। स्वर्ण जयंती पर योजना के अंतर्गत करनाल सहकारी चीनी मिल के नवीनीकरण एवं विस्तारीकरण की घोषणा 20 जनवरी 2018 को हुई। भूमि पूजन 12 सितंबर 2019 को हुआ तथा 19 नवंबर 2019 से कार्य प्रारंभ हो गया।

शुगरफेड एवं इलाके के जनसमूह की उपस्थिति

प्रबंध निदेशक अदिति शुगर मिल के कार्यकाल के दौरान नए रिफाइंड चीनी मिल का उद्घाटन मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद, सहकारिता मंत्री, मुख्य सचिव, प्रबंध निदेशक शुगरफेड एवं इलाके के जनसमूह की उपस्थिति में हुआ। नए रिफाइंड चीनी मिल के विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण का कार्य 25 अक्टूबर 2020 तक पूरा होना था, परंतु कोविड-19 महामारी के आने से विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हुई।

चीनी का उत्पादन 

सभी चुनौतियों का सामना एवं निवारण करते हुए परियोजना को न्यूनतम विलंब के साथ सत्र 2020-21 के दौरान दिनांक 8 अप्रैल 2021 को ट्रायल के लिए चालू किया गया। इस दौरान मिल ने पूर्ण क्षमता के साथ 39 दिन चलकर 10.30 लाख तक गन्ने की पिराई की और 1 लाख क्विंटल के करीब रिफाइंड चीनी का उत्पादन किया, जोकि अपने आप में एक कीर्तिमान है। इस दौरान कुछ समय के लिए नई और पुरानी चीनी मिल को एक साथ चलाना पड़ा, सभी अनुबंधित किसानों द्वारा उत्पादन किया गया, जिससे सारा गन्ना समय पर पिराई किया जा सके।

सहकारी चीनी मिल द्वारा ही पिराई

प्रबंध निदेशक अदिति के नेतृत्व में पुरानी 2200 टी.सी.डी. क्षमता कि चीनी की जगह पर बढ़ाकर 3500 टी.सी.डी. रिफाइंड चीनी का न्यू प्लांट तथा 18 एम डब्ल्यू बिजली का सह उत्पादन प्लांट लगाया गया। बढ़ी हुई क्षमता का प्लांट लगाने से किसानों द्वारा उत्पादित संपूर्ण गन्ने को करनाल सहकारी चीनी मिल द्वारा ही पिराई किया गया तथा किसानों का अपना गन्ना बेचने के लिए दूसरी चीनी मिलों में इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं रही। करनाल चीनी मिल के नए विस्तारीकृत प्लांट से रिफाइंड चीनी का उत्पादन हुआ एवं सल्फर का उपयोग इस प्लांट में चीनी बनाने में नहीं किया गया। जिसके फलस्वरूप सल्फर फ्री रिफाइंड चीनी बन रही है जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।

राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास

प्रबंध निदेशक के कार्यकाल के दौरान मिल ने अपनी बेहतरीन कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया और नए रिफाइंड चीनी मिल का ट्रायल सीजन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। प्रबंध निदेशक अदिति को मिल के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास में किए गए कार्य के लिए नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। किसानों की सुख सुविधा को ध्यान में रखते हुए मिल प्रांगण में अत्याधुनिक किसान विश्रामगृह खोला गया है। इसके अतिरिक्त किसानों के लिए एक आधुनिक कैंटीन खोली गई है, विश्राम गृह में किसानों के मनोरंजन के लिए एक बड़ी एलसीडी तथा साफ व शुद्ध पानी पीने के लिए आर ओ वाटर कूलर लगाया गया है और आधुनिक शौचालय बनाए गए हैं।

प्रयोगशाला में हाईटेक टिशू कल्चर नर्सरी स्थापित 

मिल के अंदर कार्यरत सभी विभागों का नवीनीकरण एवं कंप्यूटराइजेशन किया गया है। मिल में चीनी के उत्पादन के साथ-साथ गन्ने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए गणना प्रयोगशाला में हाईटेक टिशू कल्चर नर्सरी स्थापित की गई है। जिससे प्रतिवर्ष 10 लाख रोग मुक्त गन्ने की पौध तैयार की जाएगी। कठोर प्रदूषण नियंत्रण कानूनों की पालना करते हुए और साथ ही प्रदूषण नियंत्रण यंत्र जैसे कि ई.एस.पी. के द्वारा बॉयलर से निकलने वाली राखी हवा में फैलने से रोकने का प्रबंध किया गया है।

हरियाणा कोऑपरेटिव शुगर मिलों में बॉयलर 

इस विधि से बॉयलर से निकलने वाली हवा वातावरण के लिए हानिकारक नहीं होती है। हाई प्रेशर ब्वॉयलर जोकि हरियाणा कोऑपरेटिव शुगर मिलों में अपनी तरह का पहला बॉयलर है, जिसके चलने से बिजली बनाने की क्षमता 18 एम डब्ल्यू तक पहुंच गई है। मिल में बॉयलर के क्षमता का उपयोग बिना अतिरिक्त इंधन के बिजली बनाने में किया गया है, जिसकी क्षमता 18 एम डब्ल्यू जोकि एरिया के निवासियों की आवश्यकता को पूरी करने के लिए पर्याप्त है। शुगर मिल आवास परिसर में पुरानी सड़कों का इंटरलॉकिंग टाइल्स के द्वारा नवीनीकरण किया गया है।

रिफाइंड चीनी का उत्पादन करके नया कीर्तिमान स्थापित

सीजन 2021-22 के दौरान मिल ने 174 दिनों में बिना किसी रूकावट के 53.63 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की और 9.76 प्रतिशत रिकवरी के साथ 5.23 लाख क्विंटल रिफाइंड चीनी का उत्पादन करके नया कीर्तिमान स्थापित किया। मिल की आज तक की कारगुजारी में यह सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा, जिसका श्रेय समूह, अधिकारी, कर्मचारी, किसानों एवं बेहतरीन प्रबंधन को जाता है। उच्चतम प्रतिभा का प्रदर्शन करने के उपरांत हरियाणा सरकार द्वारा किए गए स्थानांतरण के साथ करनाल शुगर मिल की प्रबंध निदेशक अदिति को एसडीएम थानेसर नियुक्त किया गया है, जहां पर वह सोमवार को बतौर एसडीएम अपने पद का कार्यभार संभाल लेगी।ये भी पढ़ें : कार्तिकेय शर्मा की जीत को लेकर समस्त ब्राह्मण समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का किया धन्यवाद

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