निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा ने राज्यसभा का दंगल जीता

0
651
Independent Karthikeya Sharma Wins Rajya Sabha Election
Independent Karthikeya Sharma Wins Rajya Sabha Election

HEADLINES :

  • कांग्रेस के अजय माकन को दी शिकस्त, राज्यसभा पहुंचे पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय
  • सीएम मनोहर लाल, चौटाला फैमिली और कुलदीप बिश्नोई ने निभाई जीत में अहम भूमिका

डॉ. रविंद्र मलिक, Haryana News:
हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में बिल्कुल वैसा ही हुआ, जिसका अनुमान लगाया जा रहा था। भाजपा और जजपा समर्थित मजबूत निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय माकन को राज्यसभा चुनाव में पटकनी दे दी। चुनाव के लिए 10 जून को हुई वोटिंग के बाद देररात और अगले दिन 11 जून सुबह करीब अढ़ाई बजे तक उठापटक चलती रही।

ये मुकाबला कांटे का हो चुका था, लेकिन कार्तिकेय का संघर्ष काम आया। भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार आसानी से चुनाव जीते तो वहीं बचे सरप्लस वोट कार्तिकेय के खाते में आ गए और इसके बाद जो घटित हुआ, वो खुद में इतिहास बन गया। कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई शुरू से ही भाजपा के पक्ष में नजर आ रहे थे और उन्होंने खुलकर कार्तिकेय के पक्ष में वोट की। वहीं अब जब कार्तिकेय जब राज्यसभा पहुंच गए हैं तो उनके राजनीतिक करियर का ये बेहतरीन आगाज है।

जानिए कार्तिकेय शर्मा की जीत का गणित

हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीट हैं। इनमें से एक निर्दलीय बलराज कुंडू ने वोटिंग नहीं की। कांग्रेस का 1 वोट रद्द हो गया। ऐसे में अब बचे 88 वोटों में से हर उम्मीदवार को कम से कम एक तिहाई से ज्यादा वोट लेने थे। एक वोट को तकनीकी रूप से 100 वोट के रूप में माना जाता है तो ऐसे में कुल 8800 वोट में जीत का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा उम्मीदार को लेना जरूरी थी।

भाजपा को कुल 36 यानी कि 3600 वोट पड़े। भाजपा को 29.34 फीसद वोट की जरूरत थी। निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय को 23 यानी कि 2300 वोट पड़े और भाजपा के बचे हुए 6.66 फीसद यानी कि 660 वोट भी उनको मिले। ये वोट उनको बतौर सेकंड परफे्रंस यानी कि दूसरी प्राथमिकता के रूप में मिले। उनका स्कोर 29.66 हो गया। कांग्रेस को 29 यानी 2900 वोट मिले। पहले दो स्थानों पर भाजपा और निर्दलीय कार्तिकेय रहे तो वहीं कांग्रेस तीसरे स्थान पर रहते चुनाव हार गई।

कुलदीप बिश्नोई ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल

कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी कांग्रेस को भारी पड़ी। बिश्नोई ने एक तरह से पहले ही इशारा कर दिया था कि वो किसको वोट डालेंगे। बिश्नोई सबसे पहले वोटिंग करने वालों में थे। उनके वोट डालते ही चर्चा शुरू हो गई थी कि उन्होंने भाजपा को वोट डाला है। ये भी जानकारी सामने आई कि वोटिंग सेंटर में कांग्रेस की तरफ से चुनाव एजेंट और पार्टी के राज्य प्रभारी विवेक बंसल ने उनका वोट रद्द करने की मांग की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और उनका वोट भाजपा समर्थित कार्तिकेय के समर्थन में चला गया। बाद में जब कांग्रेस का एक वोट रद्द हो गया तो यही वोट उस पर भारी पड़ा जो उसको हार के मुहाने तक ले गया।

कांग्रेस में किस विधायक का वोट रद्द हुआ, रही चर्चा

अब ये सवाल रह-रह कर उठा कि कांग्रेस के किस विधायक का वोट रद्द हुआ। ये किसी के कहने पर हुआ या फिर गलती से ऐसा हो गया। कारण चाहे कुछ भी रहा है, लेकिन कांग्रेस के एक गलत वोट ने अजय माकन की राज्यसभा सीट से उनको मरहूम कर दिया है। अब नजर इस बात पर रहेगी किसके ऊपर शक की सुई रहेगी।

कार्तिकेय की पारी का सफल आगाज, पिता-पुत्र की जोड़ी का कमाल

Karthikeya Sharma And Vinod Sharma
Karthikeya Sharma And Vinod Sharma

कार्तिकेय शर्मा की राजनीतिक पारी का सफल आगाज हो गया है। लिहाज अब वो राज्यसभा पहुंच गए हैं तो प्रदेश के मुद्दों वो वहां उठाएंगे। उनको राज्यसभा तक पहुंचाने में उनके पिता का पर्दे के पीछे अहम योगदान है। उनको चुनाव के पीछे पूरी रणनीति उनके पिता व पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर विनोद शर्मा ने बनाए और वो कांग्रेस को बांधने में सफल रहे। उनको राजनीतिक कौशल से कौन परिचित नहीं है। कभी एक समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले विनोद शर्मा ने साबित कर दिया कि सियासी गलियारों में आज भी कोई उनका सानी नहीं है और उनकी राजनीतिक धार आज भी उतनी ही तेज है।

रात ढ़ाई बजे तक कंफर्म हुई जीत

कांग्रेस के दो विधायकों पर जजपा की तरफ से चुनावी एजेंट बनाए गए दिग्विजय चौटाला ने गलत तरीके से वोटिंग के आरोप लगाए थे। इसके बाद मामला निर्वाचन आयोग, दिल्ली पहुंच गया। वहां मामले को लेकर सुनवाई होनी थी लेकिन इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यसभा चुनाव में कुछ इसी तरह के मामले की सुनवाई पहले होनी निर्धारित हुई। देर चुनाव आयोग ने दिग्विजय चौटाला की ओर से उठाई आपत्ति को क्लीयर कर दिया।

इसके बाद जब हरियाणा में वोटों की गिनती शुरू हुई तो करीब सवा दो बजे कार्तिकेय के जीतने की जानकारी सामने आई। इसके बाद चुनाव आयोग के सीईओ अनुराग अग्रवाल ने भी इसको कंफर्म कर दिया। इसके बाद करीब ढ़ाई बजे कांग्रेस के विधायक बीबी बतरा ने साफ किया कि उनके उम्मीदवार तीसरे स्थान पर हैं और कार्तिकेय चुनाव जीत गए हैं। ऐसे में जहां 10 जून को शाम 5 बजे काउंटिंग शुरू होनी थी, करीब 12 बजकर 40 मिनट पर मतगणना शुरू हुई।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर मनाया जश्न, फिर फजीहत

कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने वोटों की फाइनल गिनती से पहले ही सोशल मीडिया पर पार्टी के अजय माकन की जीत को लेकर पोस्ट डालनी शुरू कर दी। कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी इसी तरह की जानकार सामने आई। पार्टी के सीनियर नेताओं के अकाउंट पर निरंतर इस तरह की पोस्ट वा?रल हुई लेकिन जैसे ही फाइनल रिजल्ट आया, कांग्रेस नेताओं की हालत पतली हो गई। पार्टी के नेताओं ने यह कह के पीछा छुड़ाया कि वोटों की काउंटिंग को लेकर उनको गलतफहमी हो गई थी।

सीएम मनोहर लाल ने दी कार्तिकेय को दी बधाई

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि सीएम मनोहर लाल खुलकर कार्तिकेय शर्मा के साथ शुरू से ही थे। उन्होंने कार्तिकेय को बधाई दी और कहा कि वो प्रदेश के मुद्दों को राज्यसभा में उठाएंगे । ये प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि वो हर समस्या व आमजन से जुड़े मुद्दों को वहां उठाएंगे। वहीं ये बता दें कि चुनाव जीतने के बाद खुद सीएम व कार्तिकेय दोनों एक साथ मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान भाजपा के जीते हुए उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार भी मौजूद रहे। चुनाव जीतने के बाद सीएम ने उनको लड्डू खिलाकर मुहं मीठा करवाया।

सीएम के कांफिडेंस ने दिन में दे दिया था जीत का संकेत

10 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार व समर्थित निर्दलीय कार्तिकेय चुनाव जरूर जीतेंगे। इस दरम्यान कांग्रेस के दो विधायकों के खिलाफ वोटिंग के दौरान गोपनीयता लीक करने का मामला चुनाव आयोग में लंबित था। लेकिन जिस आत्मविश्वास से सीएम ने पहले ही जीत का दावा किया, उससे कहीं ने कहीं पहले ही साफ हो गया था कि कार्तिकेय चुनाव जीतेंगे।

बिश्नोई की भाजपा ज्वाइन की उम्मीद, सीएम बोले स्वागत है

Independent Karthikeya Sharma Wins Rajya Sabha Election
Independent Karthikeya Sharma Wins Rajya Sabha Election

भाजपा की तरफ वोटिंग करने वाले कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने चुनाव में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में जहां एक तरह से कांग्रेस से उनकी विदाई या कहें बर्खास्तगी तय मानी जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ उनके भाजपा ज्वाइन करने की भी पूरी संभावनाएं हैं। सीएम मनोहर लाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कुलदीप ने पहले ही अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने को कह दिया था और वो खुलकर उनके साथ थे। अगर वह भाजपा ज्वाइन करने के इच्छुक हैं तो उनके लिए दरवाजे हर वक्त खुले हैं और वो पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं।

दिन में ही चली थी कांग्रेस का वोट रद्द होने की चर्चा

10 जून को दिन में ही वोटिंग के दौरान कांग्रेस के विधायकों के वोट रद्द होने की चर्चा जमकर जारी थी। भाजपा को समर्थन देने वाले निर्दलीय रणधीर गोलन ने वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ से बाहर निकलते कहा कि कांग्रेस के विधायकों के एक या दो वोट रद्द होने तय हैं। बाकी जो हुआ वो सबके सामने है और अंत में पार्टी का एक वोट रद्द पाया गया।

चौटाला फैमिली ने निभाई जीत में अहम भूमिका

चौटाला फैमिली ने कार्तिकेय की जीत में बेहद अहम भूमिका निभाई। जजपा ने उनको शुरू में समर्थन दिया और पार्टी के सभी 10 विधायकों ने उनको पक्ष में वोटिंग की। पार्टी नेता व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उनके साथ मजबूती से खड़े थे तो वहीं उनको भाई दिग्विजय चौटाला ने चुनाव में वोटिंग के दौरान चुनाव एजेंट की भूमिका निभाई और इस दौरान वो बेहद मजबूती से डटे दिखाई दिए।

वहीं दूसरी तरफ बेशक दोनों भाईयों की चाचा व इनेलो विधायक अभय चौटाला से बेशक छत्तीस का आंकड़ा हो लेकिन पूरे चौटाला परिवार ने कार्तिकेय के पक्ष में एकजुटता दिखाई। अभय चौटाला ने 9 जून को भी कार्तिकेय के पक्ष में वोटिंग की घोषणा कर दी थी और 10 जून को उनके पक्ष में वोटिंग की। इस तरह से चौटाला परिवार ने एकजुटता से उनको पक्ष में वोटिंग की।

ये भी पढ़ें : टीजीटी-पीजीटी के 5500 पदों पर भर्ती जल्द: मनोहर लाल

SHARE