“डेंगू से बचाव के लिए अपने घर और आसपास पानी खड़ा न होने दें”

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जगदीश, नवांशहर :

सिविल सर्जन डॉ. देविंदर ढांडा के दिशा निर्देशों के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गीतांजलि सिंह के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से बचाव के लिए सर्वे, जांच व जागरूकता अभियान चलाया है।

डेंगू रोधी टीम ने घर-घर जाकर सर्वे किया

स्वास्थ्य विभाग मुजफ्फरपुर की डेंगू रोधी टीम ने आज लंगरोआ गांव में घर-घर जाकर सर्वे किया। टीम के सदस्यों ने घर-घर जाकर फ्रिज की ट्रे, बर्तन, कूलर आदि की जांच की। इसके साथ ही जय संधू सीनियर सेकेंडरी स्कूल लंगारोआ में छात्रों को डेंगू से बचाव के लिए सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया गया।

इस मौके पर स्वास्थ्य निरीक्षक सुलिन्दर बंसल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी डेंगू के लार्वा पाए जाते हैं, लार्वा को तुरंत नष्ट कर दिया जाता है।

लोगों से डेंगू की रोकथाम के लिए अपील की

उन्होंने लोगों से डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य टीमों का सहयोग करने की अपील की और कहा कि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है लेकिन लोगों के सहयोग से ही डेंगू पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता है। डेंगू की रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जो पूरे शरीर को ढँक दें। उन्होंने लोगों से डेंगू से पूरी तरह सतर्क रहने और खुद को बचाने की अपील की। अगर किसी को डेंगू के लक्षण नजर आते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच करानी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज बिल्कुल मुफ्त है।

आसपास का वातावरण साफ रखें

उन्होंने कहा कि डेंगू बुखार से खुद को और समाज को बचाने के लिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें। मच्छरों के प्रजनन के स्रोतों को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को सूखा दिवस मनाया जाता है और प्रत्येक रविवार को डेंगू के खिलाफ अभियान चलाया जाता है, जिसके तहत लोग कार्यालयों/संस्थानों और घरों में कूलर, रेफ्रिजरेटर ट्रे, पक्षियों के लिए रखे पानी के कटोरे आदि को साफ करते हैं। घर में कबाड़ आदि। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार के लक्षण जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, त्वचा पर चकत्ते दिखाई दें तो उसे तुरंत स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच करानी चाहिए। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार की जांच और इलाज नि:शुल्क किया जाता है। उन्होंने सभी समाज सेवा संगठनों के प्रतिनिधियों और लोगों से डेंगू बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग देने की अपील की।

इस अवसर पर डॉ. गुरप्रीत सिंह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता घनशाम सिंह व गुरप्रीत सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मी उपस्थित थे

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