Chandigarh News: जाती जनगणना पर अफवाह फैला रही कांग्रेस

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Chandigarh News: चंडीगढ़ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने आज कांग्रेस पार्टी पर जातिगत जनगणना के मुद्दे पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा पिछड़े वर्गों और वंचित समाज के अधिकारों को कुचलने का ही काम किया है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने ₹165 करोड़ खर्च कर जातिगत सर्वे कराया, लेकिन अब वही कांग्रेस उस रिपोर्ट से पीछे हट गई है। यह साबित करता है कि कांग्रेस के लिए ओबीसी और सामाजिक न्याय महज चुनावी नारे हैं, कोई नीति या प्रतिबद्धता नहीं।
चुग ने कहा, “सच्चाई यह है कि कांग्रेस का इतिहास ही वंचितों के विरोध का रहा है। पंडित नेहरू ने काका कालेकर आयोग की रिपोर्ट को ठुकराया, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मंडल आयोग का खुला विरोध किया, राजीव गांधी ने संसद के भीतर खड़े होकर आरक्षण का विरोध किया था और खुद राहुल गाँधी ने विदेशी धरती से आरक्षण का विरोध किया था। और  अब वही राहुल गांधी ओबीसी का नाम लेकर वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की मानसिकता वही पुरानी है, बांटो और राज करो।
चुग ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है जिसने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर सामाजिक न्याय के प्रति सच्ची प्रतिबद्धता दिखाई, जबकि कांग्रेस सरकारें दशकों तक केवल खोखले वादे करती रहीं।
“जहाँ कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने स्वयं को भारत रत्न देने में संकोच नहीं किया, वहीँ प्रधानमंत्री मोदी ने यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान वास्तविक सामाजिक न्याय के नायकों को दिया — जन नायक कर्पूरी ठाकुर जैसे महान नेताओं को जिन्होंने पिछड़े समाज को उठाने के लिए जीवन समर्पित कर दिया,” चुग ने जोड़ा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब यह भी झूठ फैला रही है कि मोदी सरकार जातिगत जनगणना से पीछे हट रही है। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातिगत जनगणना को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, उन्होंने कभी भी इससे पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है,” चुग ने स्पष्ट किया।
चुग ने कहा, “कांग्रेस की नीति, नीयत, कथनी और करनी – चारों में जबरदस्त विरोधाभास है। जिन वर्गों को कांग्रेस ने दशकों तक सत्ता से वंचित रखा, अब उन्हीं के नाम पर झूठी हमदर्दी दिखाई जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने ही मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू किया, और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का ऐतिहासिक कार्य भी मोदी सरकार ने किया। भाजपा के लिए सामाजिक न्याय और वंचितों का सशक्तिकरण कोई नारा नहीं, बल्कि नीतिगत और वैचारिक प्रतिबद्धता है। लेकिन कांग्रेस के लिए यह केवल एक राजनीतिक नौटंकी है, जिसका पर्दाफाश अब देश की जनता कर रही है