
- सांसद कार्तिकेय शर्मा ने पहला टी-20 विश्व कप जीतने वाली ब्लाइंड विमेंस क्रिकेट टीम को सम्मानित किया
Blind Women Cricket Team Honored | आज समाज नेटवर्क | नई दिल्ली। पहली बार खेले गए ब्लाइंड विमेंस टी-20 विश्व कप जीतने वाली टीम के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सांसद कार्तिकेय शर्मा ने विशेष तौर पर शिरकत की और सभी विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि आज इस समारोह में भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम से मिलना अपने आप में सीख देने वाला क्षण था।
जब इस विश्वकप का उद्घाटन हुआ था, तब ही मन में भरोसा था कि ये बेटियां जरूर जीतकर लौटेंगी। इनकी ऊर्जा, अनुशासन और जिद साफ बता रही थी कि ये सिर्फ खेलने नहीं, इतिहास लिखने आई हैं। दृष्टि की कमी कभी इनके आत्मविश्वास की कमी नहीं बनी। संकल्प ने इन्हें रास्ता दिखाया और तप ने इन्हें विजेता बनाया। देश की ये बेटियां हर उस युवा को संदेश दे रही हैं कि सीमाएं बाहर नहीं होतीं, वे केवल मन में होती हैं। भारत की इस विजेता टीम को हार्दिक बधाई। इनकी यह उपलब्धि नारी शक्ति की उस तेजस्विता का प्रमाण है जो लगातार नए इतिहास रच रही है।
इंडियन ब्लाइंड विमेंस क्रिकेट टीम ने लगन और सब्र से हर रुकावट को एक सीढ़ी बना दिया

इस दौरान सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि इंडियन ब्लाइंड विमेंस क्रिकेट टीम को सम्मानित करने का कार्यक्रम जीत के जश्न से कहीं ज्यादा था। यह हिम्मत, शांत हिम्मत और सपनों को हकीकत में बदलने वाली मिलकर काम करने की ताकत को एक ट्रिब्यूट था। जब यह वर्ल्ड कप शुरू हुआ, तो मुझे इन खिलाड़ियों से मिलने का मौका मिला।
तब भी, उनका यकीन साफ था। उनमें एक शांत कॉन्फिडेंस, एक डिसिप्लिन और एक मकसद था, जिससे मुझे पता चला कि वे चैंपियन बनकर लौटेंगी। उस भरोसे को इतिहास बनते देखना एक बहुत ही दिल को छू लेने वाला अनुभव रहा है। यह जीत टीम की है, लेकिन यह हर उस कोच, मेंटर, गाइड, सपोर्ट स्टाफ मेंबर, वॉलंटियर और आॅर्गेनाइजेशन की भी है जो उनके साथ खड़े रहे। उनके डेडिकेशन ने वह नींव रखी जिस पर यह जीत खड़ी है।
जिन परिवारों ने भारत की इन बेटियों को हिम्मत दी, जिन इंस्टीट्यूशन ने उन्हें पाला-पोसा और जिस कम्युनिटी ने उन पर विश्वास किया, वे सभी दिल से शुक्रगुजार हैं। इन युवा महिलाओं ने देश को दिखाया है कि नजर आपको बांधती नहीं है – नजर आपको आगे ले जाती है।
लगन और सब्र से, उन्होंने हर रुकावट को एक सीढ़ी बना दिया है, और इस रास्ते पर लाखों लोगों को प्रेरित किया है। पूरी टीम और उनके सफर को दिशा देने वाले हर किसी को मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई। यह पल नारी शक्ति की तरक्की का एक चमकता हुआ चैप्टर है, और यह याद दिलाता है कि जब पक्का इरादा बोलता है, तो इतिहास सुनता है। भारत को आप पर गर्व है।
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