डेंगू से रहे सावधान, हर सप्ताह मनाएं ड्राई डे : डॉ. अशोक कुमार

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Beware of Dengue
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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:

सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने डेंगू से बचाव के लिए लोगों से अपील की है कि हफ्ते में एक दिन ड्राई डे मनाएं अर्थात पानी के बर्तनों, कूलर, फूलदान, हौदी आदि को खाली करें तथा सुखाकर ही पानी भरें। बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर फ्री में खून की जांच करवाकर उपचार करवाएं।

पानी के बर्तनों, कूलर, फूलदान, हौदी आदि को खाली करें

सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया कि डेंगू बुखार एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह साफ पानी में पनपता है तथा दिन के समय में काटता है। इसलिए कूलर और कंटेनरों का पानी 3 दिन बाद अवश्य खाली करें। यदि तीन दिन बाद कूलर या कन्टेनर को सुखाना सम्भव नहीं है तो कूलर या कन्टेनर में सरसों का तेल डालें। उन्होंने बताया कि मच्छर के लारवा वाले पानी को नाली में न डालकर, सुखे फर्श पर ही डालें। एक बार खाली करके सूखाकर व पौंछकर ही ताजा पानी भरें। पानी के बर्तनों व टंकियों इत्यादि को पूरी तरह ढक कर रखें। छत पर पड़े मटके, टायर, बोतल तथा अन्य टूटे-फूटे बर्तनों को हटा दें ताकि इनमें बरसात का पानी जमा न हो सके।

डेंगू रोगियों के लिए प्लेटलेट्स की सुविधा निशुल्क

उन्होंने बताया कि पूरी बाजू के कपड़ों का इस्तेमाल करें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने बताया कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में डेंगू रोगियों के लिए प्लेटलेट्स की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। स्वयं दवाई न खायें एसप्रीन, ब्रुफीन दवाईयों का सेवन न करें ।

डेंगू के लक्षण होने पर पेरासिटामोल के अलावा कोई दवा ना लें

सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि तेज बुखार होने पर नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर चिकित्सा अधिकारी की सलाह लें। बुखार से राहत पाने के लिए पानी की पट्टी रखें अथवा पैरासिटमोल की गोली लें, अन्य किसी भी दवाई का उपयोग अपने आप से न करें। अधिक से अधिक तरल पदार्थ नारियल पानी, नींबू पानी, ओआरएस, लस्सी का प्रयोग करें और खाने में आसानी से पचने वाला खाना खिचड़ी, दाल, दलिया, लोकी की सब्जी खाएं।

उन्होंने बताया कि जल्द ही प्लेटलेट्स काउंट करवाएं यदि प्लेटलेट्स काउंट एक लाख से कम आएं तुरन्त अपने नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में चैक करवाएं। उन्होंने बताया कि डेंगू के हर मरीज को प्लेटलेट्स चढ़वाने की आवश्यकता नहीं होती। प्लेटलेट्स मरीज की हालात देखकर ही चढाई जाती है। यदि प्लेटलेट्स दस हजार से कम हो या मरीज को किसी भी जगह से लगातार खून रिस रहा हो तो उस अवस्था में मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाई जाती है। डेंगू से बचाव के लिए आप ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें ताकि आप को डेंगू का मच्छर ना काट सके।

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