Annual FASTag(आज समाज) : सरकार ने 15 अगस्त से राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करने वाले लोगों के लिए वार्षिक फास्टैग पास लॉन्च कर दिया है। इस पास की कीमत 3,000 रुपये है, जो एक साल के लिए वैध होगा। इस पास के ज़रिए उपयोगकर्ता 200 बार टोल पार कर सकेंगे।
सरकार का कहना है कि इससे टोल पार करने का खर्च लगभग 15 रुपये रह जाएगा और देश भर के टोल प्लाज़ा पर भीड़भाड़ कम होगी। इस एक पास से राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करने के लिए टोल प्लाज़ा पर रुकने और बार-बार टोल प्लाज़ा रिचार्ज कराने की झंझट खत्म हो जाएगी।
एक टोल की औसत लागत 15 रुपये
फास्टैग से हर बार टोल पार करने पर पैसे कटते हैं, लेकिन इस वार्षिक पास से आप एक बार 3,000 रुपये खर्च करके साल में 200 टोल पार कर सकेंगे। एक टोल की औसत लागत 15 रुपये होगी। यह उन लोगों के लिए किफायती है जो राष्ट्रीय राजमार्ग पर अक्सर यात्रा करते हैं। 18 जून को इसकी शुरुआत की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा था कि इतने टोल पार करने में लगभग 10,000 रुपये का खर्च आता है, अब यह काम केवल 3,000 रुपये में हो जाएगा।
देश के सभी राजमार्गों पर नहीं करेगा काम
नहीं, यह पास देश के सभी राजमार्गों पर काम नहीं करेगा। यह भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और सड़क परिवहन मंत्रालय (MoRTH) द्वारा संचालित राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) और राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे (NE) पर मान्य होगा। जैसे अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (KGP), दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे।
राज्य राजमार्ग, नगरपालिका टोल रोड या निजी एक्सप्रेसवे जैसे यमुना एक्सप्रेसवे, मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे या आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे। इन जगहों पर टोल का भुगतान सामान्य फास्टैग से करना होगा।
यह पास केवल निजी, गैर-व्यावसायिक वाहनों, जैसे कार, जीप और वैन, के लिए है। ट्रक, बस या टैक्सी जैसे व्यावसायिक वाहन इस पास का उपयोग नहीं कर पाएँगे। अगर आप यह पास प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपका वाहन सरकार के VAHAN डेटाबेस में ‘निजी वाहन’ के रूप में पंजीकृत होना चाहिए।
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