कई दौर की वार्ता के बाद भी नहीं बन पाई व्यापार समझौते पर सहमति
Business News Today (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका का दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप लगातार विश्व की सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा परिणाम अमेरिका द्वारा लागू की गई नई टैरिफ दरें हैं। विश्व के लगभग तीन दर्जन से अधिक देशों के खिलाफ अमेरिका ने 10 जुलाई को नई टैरिफ दरें लागू कर दीं थी। ये दरें एक अगस्त से लागू होनी थी। वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे देश थे जिनके साथ अमेरिका की व्यापार वार्ता जारी थी।
इन देशों को अमेरिका ने एक अगस्त तक टैरिफ से छूट दे रखी थी। भारत भी उन्हीं कुछ देशों में से एक था। इसी दौरान व्यापार समझौते के लिए भारत और अमेरिका की पांच दौर की वार्ता हुई लेकिन दोनों देशों में कोई ठोस सहमति बनती न देखकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है।
कल से लागू हो जाएंगी नई दरें
अमेरिकी राष्टÑपति द्वारा भारत के खिलाफ यह दरें घोषित करने के बाद एक अगस्त से यह लागू हो जाएंगी। अब नई टैरिफ दरों के लागू होने के बाद भारतीय कंपनियों के लिए अमेरिका में व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। इससे भारतीय उद्योग जगत में चिंता की लहर है। यदि अमेरिका नई टैरिफ दरें लंबे समय तक जारी रखता है तो इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है और इसकी विकास दर धीमी पड़ सकती है।
भारत के साथ व्यापार को लेकर यह बोले ट्रंप
भारत के खिलाफ नई टैरिफ दरें लागू करने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि याद रखें, भारत हमारा मित्र है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमने उसके साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है क्योंकि उसके टैरिफ बहुत ज्यादा हैं, दुनिया में सबसे ज्यादा हैं, और किसी भी देश की तुलना में उसके यहां सबसे कठोर और अप्रिय गैर-मौद्रिक व्यापार प्रतिबंध हैं। इसके अलावा, उसने हमेशा अपने सैन्य उपकरणों का एक बड़ा हिस्सा रूस से ही खरीदा है, और चीन के साथ, वह रूस का ऊर्जा का सबसे बड़ा खरीदार है, वो भी ऐसे समय में जब हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में हत्याएं रोके- सब कुछ ठीक नहीं है। इसलिए भारत को पहली अगस्त से 25% टैरिफ और उपरोक्त सभी के लिए जुर्माना देना होगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।