आज समाज नेटवर्क | अंबाला। पिछले तीन महीने से सैलरी ना मिलने के कारण अंबाला एनएचएम कर्मचारियों ने एकत्रित होकर अंबाला शहर पुराना सिविल अस्पताल स्थित सीएमओ कार्यालय पहुंचे। जहां कर्मचारियों ने सीएमओ को मिलकर सैलरी ना आने बारे अवगत करवाया ओर एक ज्ञापन भी सौंपा।
अंबाला के एनएचएम कर्मचारियों में डॉ. सुनील हरी, तरणदीप, राकेश, सुनील, राजन, गुरजिंद्र, अनिल, जोधा सिंह, हरीश, हरिंद्र, रामअवतार, पारूल, रीतु आदि ने कहा कि जब भी कभी कोई आपदा आती है तो उस समय एनएचएम का कर्मचारी हमेशा पंक्ति में सबसे आगे होता है चाहे वह बाढ़ की स्थिति हो चाहे कॉविड, डेंगू , मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी महामारी इत्यादि के समय भी एनएचएम का प्रत्येक कर्मचारी अपना कार्य पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाता है।
कर्मचारी बोले- परिवार का गुजारा करना हो रहा मुश्किल
परन्तु काफी लंबे समय से एनएचएम में कार्यरत कर्मचारियों की तनख्वाह सही समय पर प्राप्त नहीं हो रही है। जिससे प्रत्येक कर्मचारी आर्थिक व मानसिक परिस्थिति से गुजर रहा है। एनएचएम में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी के परिवार का गुजारा इसी तनख्वाह से चलता है और इसके अतिरिक्त आय का ओर कोई स्रोत नहीं है। और इसी तनख्वाह से कर्मचारी बच्चों और परिवार का भरण पोषण, राशन, बिजली बिल, बच्चों की स्कूल फीस, मकान का किराया, मकान, वाहन, एजुकेशन के लोन की किस्त इत्यादि इसी तनख्वाह से भरी जाती है।
तनख्वाह सही समय पर न मिलने के कारण प्रत्येक माह ब्याज व जुमार्ने का भुगतान करना पड़ता है। इस समय अंबाला में कार्यरत एनएचएम का प्रत्येक कर्मचारी बहुत ही खराब आर्थिक व मानसिक परिस्थिति से गुजर रहा है। अत: निवेदन यह है कि एनएचएम कर्मचारियों की तनख्वाह प्रत्येक माह सही समय पर दिलवाने की कृपा करें। इस समय परिस्थिति इस प्रकार चल रही है कि तीन माह से वेतन न मिलने के कारण दूर से आने वाले कर्मचारियों के पास बस का किराया तक देने के लिए पैसे नहीं है।
इस तरह की मानसिक परिस्थिति के कारण कोई कर्मचारी गलत कदम न उठाए और भविष्य में किसी अनहोनी घटना से बचा जा सके। लेकिन यदि स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहती है और भविष्य में यदि कोई भी कर्मचारी आर्थिक संकट के कारण कोई गलत कदम उठाता है तो उसकी पूर्णत: जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार की होगी।
2024 से कर्मचारियों को नहीं मिला महंगाई भत्ता
एनएचएम के कर्मचारी हमेशा इसी कारण नियमितिक की मांग करता रहा है क्योंकि नियमित कर्मचारियों की तुलना में कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों को सही समय पर और पूरा वेतन नहीं मिलता। जबकि नियमित कर्मचारियों की तनख्वाह प्रत्येक माह की पहली तारीख को आ जाती है। सातवां वेतन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा नवंबर 2021 के संवैधानिक मंजूरी के बावजूद आज तक सातवां वेतन नहीं दिया गया है।
बल्कि सरकार द्वारा वित विभाग से मंजूरी के बावजूद एनएचएम कर्मचारियों को बाय लॉज 2018 अनुसार मिलने वाले वेतन का वार्षिक बढ़ोतरी व महंगाई भत्ता जनवरी 2024 से नहीं मिला है। जबकि हमारे मौलिक अधिकार में हमें समानता का अधिकार दिया गया है ओर समय पर तनख्वाह न देना श्रम कानून का भी उल्लंघन है। यदि भविष्य में कर्मचारी तनख्वाह के लिए हड़ताल पर जाते हैं या आर्थिक मंदी के कारण कोई गलत कदम उठाता है तो उसकी पूर्णत: जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार की होगी।
Ambala News : कालका विधायक शक्तिरानी शर्मा मेयर शैलजा सचदेवा को बधाई देने पहुंची अंबाला