Amarnath Yatra 2025, (आज समाज), श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा के पहले दिन गुरुवार को कुल 12,348 श्रद्धालुओं ने 3,880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के दर्शन किए। अधिकारियों ने यह पुष्टि की और बताया कि 12348 श्रद्धालुओं में 9,181 पुरुष तीर्थयात्री, 2,223 महिला तीर्थयात्री, 99 बच्चे, 122 साधु, सात साध्वियां और आठ ट्रांसजेंडर तीर्थयात्री शामिल थे।
‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों से गूंज रहा मार्ग
तीर्थयात्रा गुरुवार सुबह मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल बेस कैंप और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम के नुनवान बेस कैंप दोनों से शुरू हुई। पारंपरिक 48 किलोमीटर नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर बालटाल मार्ग पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री ‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाते हुए चुनौतीपूर्ण लेकिन आध्यात्मिक रूप से पुरस्कृत यात्रा पर निकले।
राज्यपाल ने बुधवार को पहले जत्थे को दिखाई थी हरी झंडी
कठिन इलाके और अप्रत्याशित मौसम के बावजूद, यात्रियों में उत्साह और भक्ति साफ देखी जा सकती थी। 38 दिवसीय 9 अगस्त को संपन्न होगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से 5,892 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई। दोपहर में यह समूह कश्मीर घाटी पहुंचा और अधिकारियों तथा स्थानीय लोगों ने इसका गर्मजोशी से स्वागत किया।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए अभूतपूर्व उपाय
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा उपाय किए गए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा बल अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। गौरतलब है कि आतंकियों ने गत 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मृतकों में अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले को देखते हुए अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों सहित सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा हवाई निगरानी, बहुस्तरीय चेकपॉइंट और वास्तविक समय की निगरानी प्रणाली भी मौजूद हैं।
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