कहा, हम कभी भी लड़ाई के पक्ष में नहीं, लेकिन यदि लड़ाई थोपी गई तो चुप नहीं रहेंगे
Punjab-Haryana Water Dispute (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब सीएम भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर से पानी को लेकर हरियाणा के साथ चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पंजाब कभी भी किसी के साथ विवाद या लड़ाई नहीं चाहता लेकिन यदि पड़ोसी राज्य उसपर किसी तरह का विवाद थोपता है तो प्रदेश के लोगों की भलाई करना प्रदेश सरकार फर्ज ही नहीं बल्कि धर्म बन जाता है।
मान ने कहा कि सरहदों के बाद अब पंजाब को पानी की लड़ाई में झोंक दिया गया। हरियाणा के साथ अकारण विवाद खड़ा कर दिया गया पर अब पंजाब भी डट गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने खुद नंगल डैम जाकर फालतू पानी की सप्लाई रुकवाई। पंजाब के लोग अब किसी तरह से धक्केशाही सहन नहीं करेंगे।
6 बार हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर चेताया
हालाकि भगवंत मान ने एक बार फिर केंद्र सरकार को यह सलाह जरूर दी है कि पाकिस्तान का रोका गया पानी अगर वो पंजाब के डैमों में डाल देते हैं तो पंजाब भाखड़ा के जरिए हरियाणा को पानी दे सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने 6 बार हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर चेताया कि वे पानी का अधिक प्रयोग कर रहे हैं, परंतु उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
पंजाब के खिलाफ फैसला सुनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) ने पंजाब के खिलाफ फैसला सुनाया, तुरंत आॅल पार्टी मीटिंग बुलाकर केंद्र और हरियाणा को स्पष्ट संदेश दे दिया गया। इसके साथ ही पंजाब सरकार ने इस विषय पर सोमवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के कई जिले डार्क जोन में जा चुके हैं और कुछ स्थानों पर भूजल स्तर 600 फीट से भी नीचे पहुंच गया है। इस गंभीर संकट को देखते हुए सरकार ने नहरों के जरिए हर खेत तक पानी पहुंचाने का संकल्प लिया है।
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