साइबर ठगी क़ा फैलता दायरा, छह महीने में 90 केस आए, नहीं हो सक़ा एक भी ट्रेस

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The spread of cyber fraud, 90 cases came in six months, not a single trace could be done
आज समाज डिजिटल,रोहतक:
अगर आपके फोन पर भी करोड़पति बनाने के मैसेज आ रहे हैं या कोई भी व्यक्ति आपको लाभ पहुंचाने का लालच देकर आपके खाते की जानकारी मांग रहा है तो सावधान हो जाएं। जरा सी लापरवाही आपको ठगी का शिकार बना सकती है। ऐसे में आपके खाते का पैसा कहीं और ट्रांसफर हो सकता है। ऐसा ही कुछ पिछले दिनों शहर में देखने को मिल रहा है  जहां लोगों के मोबाइल पर करोड़पति बनाने के संदेश भेजे गए। रजिस्ट्रेशन या अन्य किसी बात में उलझाकर इन साइबर ठगों ने खाता धारकों से ओटीपी पूछा और उनके खाते से पैसे निकल गए।

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के ठग निकाल रहे बैंक खातों से पैसा, ठगों को पकड़ने में नाकाम हो रही साइबर टीम

इसकी शिकायत लेकर वह साइबर थाने गए, लेकिन वहां भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी। ऐसे ठगों को ट्रेस करने में साइबर टीम फेल साबित हो रही है। जिले के विभिन्न थानों में बनी साइबर हेल्प डेस्कों पर इस साल 1806 शिकायतें आईं। इनमें 1182 का निपटारा कर दिया गया। हालांकि दर्ज किए गए 90 मामलों में से एक भी साइबर अपराधी को पुलिस पकड़ नहीं सकी। साइबर थाने में दर्ज मामलों में अलग-अलग पीड़ितों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई है। इस मामले में साइबर थाने के प्रभारियों का कहना है कि यहां पर आधुनिक संसाधन न होने के कारण अपराधियों को ट्रेस करने में दिक्कत आ रही है। अधिकांश अपराधी रोहतक से बाहर के होते हैं। ऐसे में उनकी गिरफ्तारी भी नहीं हो पाती है। ठगी से बचने के लिए जागरुकता ही एक उपाय है। अगर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को न दें तो वह ठगी होने से बच सकते हैं।
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