गन्ने के रस पीने के फायदे व नुकसान Sugarcane Juice

0
508
Sugarcane Juice

आज समाज डिजिटल, अम्बाला
Sugarcane Juice : गर्मियों में गन्ने का जूस न सिर्फ प्यास बुझाता है, बल्कि अपने औषधीय गुण के कारण शरीर की रक्षा भी करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि गन्ना के गुण दांतों की समस्या से लेकर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तक से बचा सकते हैं। इसमें ऐसे कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम करते हैं।

चैत्र नवरात्रि : चौथे दिन कूष्मांडा माता को ऐसे प्रसन्न करें Kushmanda Mata Blessings

गन्ने के रस के फायदे Sugarcane Juice

Sugarcane Juice

ऊर्जा का स्रोत : शरीर में लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखने के लिए और मसल्स में ताकत बनाए रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की जरूरत होती है।

Read Also : जानें नवरात्रि के व्रत में क्या करें और क्या न करें Navratri Fasting 2022

लिवर स्वास्थ्य : गन्ने के जूस के फायदे पीलिया से तुरंत आराम पाने में मदद कर सकते हैं लिवर की कार्यप्रणाली में रूकावट आने पर पीलिया होता है। यह स्थिति तब बनती है, जब शरीर में बिलीरुबिन अधिक बढ़ जाता है। बिलीरुबिन एक पीला पिगमेंट होता है, जो लिवर में लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बनता है। इस स्थिति पर काबू पाने के लिए रोजाना एक गिलास ताजा गन्ने का रस पीया जा सकता है।

Read Also : नवरात्रि के दौरान किस दिन कौन सा रंग के कपड़े पहनने चाहिए Chaitra Navratri 2022

कैंसर : कैंसर से बचाने में भी गन्ने का जूस पीने के फायदे देखे गए हैं। इस रस में ट्रायसिन नामक एक फ्लेवोन पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। साथ ही अपने एंटी-प्रोलाइफरेटिव गतिविधि के कारण गन्ने का जूस कई तरह की कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोक सकता है।

Read Also : नवरात्रि व्रत के दौरान घर पर बनाए मोतीचूर के लड्डू Navratri Dish After Fasting

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए : गन्ना खाने के फायदे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मिल सकते हैं। इसके परिणाम में सामने आया कि गन्ने का अर्क कई तरह के बैक्टीरियल व वायरल संक्रमण से बचाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।

बुखार में लाभदायक : बुखार तब आता है जब हमारा शरीर किसी बीमारी से लड़ने की कोशिश कर रहा हो। ज्यादातर बुखार किसी न किसी संक्रमण के कारण आते हैं। इस दौरान शरीर संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने की कोशिश करता है। ऐसे में गन्ने का जूस पीने के फायदे बुखार को कम करने में सहायक हो सकते हैं । फिलहाल, इसकी कार्यप्रणाली पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

गले से जुड़ी समस्याएं Sugarcane Juice

गन्ने के रस के फायदे यहां समाप्त नहीं होते, गन्ने के रस का सेवन गले के दर्द के लिए भी किया जा सकता है। जब कोई गले से जुड़ी समस्या जैसे टॉन्सिल्स से परेशान हो, तो उन्हें गन्ने के जूस का सेवन करने से फायदा मिल सकता है। जब टॉन्सिल्स (गले के पिछले हिस्से के टिश्यू) में सूजन आ जाती है, तो वो दर्द और तकलीफ का कारण बन सकते हैं।
घाव भरने में लाभदायक : गन्ने का रस पीने के फायदे कई तरह के घावों को भरने में भी देखे गए हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि गन्ने के जूस का सेवन घाव भरने में सहायक हो सकता है

यूरिन से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद Sugarcane Juice  

कई बार यूरिन करते समय दर्द, जलन या असहजता महसूस हो सकती है। इस समस्या को डिसयूरिया कहा जाता है। यह मूत्रमार्ग में हुए किसी न किसी संक्रमण के कारण हो सकता है। पेशाब से जुड़ी इस समस्या से आराम पाने में गन्ने का रस पिया जा सकता है। ने में भी मदद कर सकता है।
मुंहासों के लिए लाभदायक : गन्ने का जूस अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड का अच्छा स्रोत है, तो त्वचा के लिए खास तत्व माना जाता है। अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड में ग्लाइकोलिक एसिड, लैक्टिक एसिड, मैलिक एसिड, टार्टरिक एसिड और साइट्रिक एसिड मौजूद होते हैं, जिनका कॉस्मेटिक उत्पादों में बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है।

गन्ने के जूस के नुकसान

इसमें कोई शक नहीं कि गन्ने का रस एक गुणकारी पेय पदार्थ है, लेकिन इसका अधिक सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है।

गन्ना ठंडी तासीर का होता है, इसलिए  सर्दियों में इसके सेवन से बचें, वरना सर्दी-जुकाम हो सकता है।
सड़क किनारे बिकने वाले गन्ने के रस से बचें, क्योंकि इस रस में हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो पेट संबंधी समस्या का कारण बन सकते हैं।
लंबे समय तक रखे गए गन्ने के जूस में कीटाणु जैसे यीस्ट, बैक्टीरिया और फंगस पनप सकते हैं, जिससे गन्ने के रस के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।

Navratri Fasting 2022 

Read Also : हिंदू नववर्ष के राजा होंगे शनि देव Beginning of Hindu New Year

Read Also : पूर्वजो की आत्मा की शांति के लिए फल्गू तीर्थ Falgu Tirtha For Peace Of Souls Of Ancestors

Read Also : नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ से करें मां दुर्गा को प्रसन्न Durga Saptashati

Connect With Us: Twitter Facebook

SHARE
SHARE