Shashi Tharoor On National Security, (आज समाज), नई दिल्ली: केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सभी राजनीतिक दलों से देश के हित में एकजुट रहने की अपील की है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि उनकी पहली वफादारी देश के लिए और पार्टी बाद में है। केरल के कोच्चि में ‘शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय विकास’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में थरूर ने राष्ट्रीय संकट के समय सभी राजनीतिक दलों के बीच एकता की आवश्यकता पर बल दिया।
राष्ट्र ही नहीं बचेगा, तो पार्टियों का क्या मतलब
शशि थरूर ने कहा, राजनीतिक पार्टियां तो बस राष्ट्र की सेवा का एक ज़रिया हैं। उन्होंने कहा, यदि राष्ट्र ही नहीं बचेगा, तो पार्टियों का क्या मतलब रहेगा? कांग्रेस नेता ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा राजनीति से ऊपर होनी चाहिए। लोग अक्सर ऐसी एकता की कोशिशों को पार्टी के विश्वासघात के रूप में गलत समझ लेते हैं, जिसे उन्होंने एक बड़ी चिंता बताया।
हाल ही में की थी प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति की प्रशंसा
शशि थरूर की यह टिप्पणी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की प्रशंसा और ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में दिए गए बयान के बाद आई है, जिसकी कांग्रेस के भीतर आलोचना हुई थी। कांग्रेस के कई लोगों ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि यह पार्टी लाइन से अलग है। थरूर का 10 जुलाई को मलयालम दैनिक दीपिका में एक लेख प्रकाशित हुआ, जिसमें उन्होंने 1975 में लगाए गए आपातकाल को भारतीय इतिहास का एक काला अध्याय बताया।
नसबंदी अभियान को बताया मनमाना और क्रूर
शशि थरूर ने संजय गांधी द्वारा चलाए गए जबरन नसबंदी अभियान को मनमाना और क्रूर बताया और कहा कि उस दौरान झुग्गियों को ढहाने से हज़ारों लोग बेघर हो गए। उन्होंने सत्ता के केंद्रीकरण और असहमति के दमन के खिलाफ चेतावनी देते हुए लिखा, लोकतंत्र को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। यह एक अनमोल विरासत है जिसकी निरंतर रक्षा की जानी चाहिए।
जून में लिखे एक लेख से भी विवाद खड़ा हुआ
थरूर के जून में लिखे एक लेख से भी विवाद खड़ा हो गया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ऊर्जा और अंतरराष्ट्रीय पहुंच को भारत के लिए एक संपत्ति बताया था। कांग्रेस ने इस लेख से खुद को अलग करते हुए इसे उनका निजी विचार बताया था। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने थरूर की अप्रत्यक्ष आलोचना कर कहा था, “हमारे लिए देश पहले है, कुछ लोगों के लिए मोदी पहले हैं।
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