38 लाख का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया, तीन दुकानें की सील

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Property Tax Dues of 38 Lakhs
Property Tax Dues of 38 Lakhs
  • नगर निगम ने सख्ती दिखाते हुए बकाएदारों पर कसा शिकंजा
संजीव कौशिक, Rohtak News:
नगर निगम ने प्रापर्टी टैक्स के बकाएदारों पर शिकंजा फिर से कस दिया है। निगम ने बकाएदारों पर शिकंजा कसते हुए 38 लाख रुपये के बकाएदार एक शापिग काम्प्लेक्स की तीन दुकानें सील कर दी। इसी तरह से एक डिफेंस एकेडमी संचालक के यहां भी निगम की टीम पहुंची। एकेडमी संचालक ने दावा किया उनकी तरफ से बिल जमा कराया जा चुका है। इसलिए बिल की जांच की गई। यदि जमा बिल होगा तो उसे अपडेट किया जाएगा।

करीब 38 लाख रुपये का बकाया

नगर निगम की कर शाखा की टीम ने हिसार बाईपास स्थित एक शापिग काम्प्लेक्स में जांच करने पहुंची। निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि संबंधित काम्प्लेक्स में 24 दुकानें हैं। बिल काम्प्लेक्स के नाम आता है और करीब 38 लाख रुपये का बकाया है। हालांकि मौके पर अधिकतर दुकानदारों ने बिल जमा कराने का दावा किया। इसलिए सिर्फ तीन ही दुकानों को सील किया गया। सोमवार को जमा बिल की कापी के साथ दुकानदारों को बुलाया है।

29 लाख रुपये का बकाया 

दूसरी ओर, वीटा मिल्क प्लांट के निकट एक एकेडमी संचालक पर 29 लाख रुपये का बकाया होने की सूचना थी। जब टीम पहुंची तो संचालक ने बिल जमा होने का दावा किया। इसलिए उनसे जमा बिल की रसीद मांगी गई। फिलहाल कुछ कारणों से टीम वापस लौट आई। एकेडमी संचालक से रसीद दिखाने पर यही कहा गया है कि बिल अपडेट कराया जाएगा। यदि बिल जमा नहीं होगा तो हर हाल में तत्काल बिल जमा कराने के लिए कहा जाएगा। निगम के लिए

52 करोड़ का टैक्स जुटाना चुनौती बना

नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 52 करोड़ से अधिक का राजस्व प्रापर्टी टैक्स से ही जुटाना है। इसलिए अधिकारियों से अभी भी पसीने छूटे हुए हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में 52 करोड़ का लक्ष्य तय था। लेकिन इस लक्ष्य को निगम पूरा नहीं कर सका, हालांकि अधिकारियों ने पहले ही बहाने खोज लिए थे। यह भी दावा कर दिया था कि महज 47 करोड़ का लक्ष्य है। निगम के सूत्रों का कहना है कि सरकारी के साथ ही निजी संस्थाओं पर ब्याज सहित करीब 20 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसलिए निगम फिर से सख्ती के मूड में है।
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